उन्होंने बताया कि जैसे दवा के बिना स्वास्थ्य की कल्पना नहीं की जा सकती।वैसे ही फार्मासिस्ट के बिना दवा की कल्पना नहीं की जा सकती है। यह आयोजन फार्मासिस्टों के बहुआयामी महत्व और स्वास्थ्य प्रणाली के बेहतर बनने में उनकी क्षमता का एक शक्तिशाली संदेश है। एक फार्मासिस्ट दवाओं को तैयार करने, उसके सुरक्षित और प्रभावी उपयोग को सुनिश्चित करने में विशेषज्ञ होते हैं जिनका काम दवाओं का प्रबंधन, भंडारण, वितरण, खुराक का सत्यापन, संभावित दुष्प्रभावों के प्रति सचेत करना आदि है। इस आयोजन का उद्देश्य फार्मासिस्टों की पहचान और गरिमा आम जनों के बीच स्थापित करना तथा आत्मसम्मान बढ़ाना है क्योंकि फार्मासिस्ट की भूमिका स्वास्थ्य के क्षेत्र में नींव की ईंट का है जो प्रत्यक्षतः दिखाई नहीं देता। सच है कि दवा ज़िन्दगी बचाती है पर दवाओं को जिंदगी एक फार्मासिस्ट देता भी है और बचाता भी है।
सहरसा में स्वास्थ्य महकमे में पदास्थापित फार्मासिस्टों द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत केक काटकर और एक दूसरे को बधाई देते हुए की गई।जीएनएम स्कूल की छात्राओं ने इनके कार्यों और महत्वों पर आधारित नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर आयोजन को यादगार बना दिया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रतिभागियों और अतिथियों को एक स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।