जयप्रकाश ने प्रदेश की नायब सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नायब शब्द ही छोटा होता है, जैसे तहसीलदार और नायब तहसीलदार। उन्होंने व्यंग्यात्मक टिप्पणी की कि सरकार का प्रचार अपराध में बहुत अच्छा हो रहा है। उनका आरोप है कि अपराध की दृष्टि से हरियाणा पहले नंबर पर है। बेरोजगारी के मुद्दे पर जयप्रकाश ने सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि हरियाणा में बेरोजगारी चरम पर है। सरकार ने परमानेंट सर्विस केंद्र और सीईटी का सिर्फ ड्रामा किया है। उनके अनुसार इसका असर कई वर्षों के बाद ही दिखेगा। रोजगार के संबंध में सांसद ने कहा कि अभी सिर्फ डी गु्रप में छोटी-मोटी नौकरियां मिल रही हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि डी गु्रप के टेस्ट में बेरोजगार इंजीनियर और ग्रेजुएट पास हो जाते हैं। जबकि 10वीं, 12वीं के बच्चे फेल हो जाते हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि मिडिल पास, मैट्रिक पास और 12वीं पास लोगों के लिए सरकार ने क्या व्यवस्था की है। उन्होंने बीजेपी के नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि वे सिर्फ बिना खर्ची बिना पर्ची का नारा लगाते रहते हैं। उन्होंने सवाल किया कि अगर बिना खर्ची नौकरी देते तो गुजरात या उत्तर प्रदेश का कोई आकर लगता क्या। इस मौके पर वीरेंद्र प्रधान, फूल सिंह श्योकंद, भूप खटकड़, बलवान काकड़ोद, कृष्ण मोर, लाभ काब्रच्छा सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।