पीएफआरडीए के अध्यक्ष एस. रमन ने अपने संबोधन में विजेताओं को बधाई दी और सभी हितधारकों से पेंशनभोगी समाज के निर्माण हेतु समर्पण भाव से कार्य करते रहने का आग्रह किया। उन्होंने बैंकिंग जगत के महत्वपूर्ण सहयोग की सराहना की और बताया कि अपने दसवें वर्ष में एपीवाई ने किसी एक वित्तीय वर्ष में अब तक का सबसे तेज 50 लाख ग्राहक प्राप्त किए हैं, जिसमें 46 फीसदी नामांकन 18-25 वर्ष की आयु के युवाओं के हैं।
उन्होंने अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि 48,000 करोड़ रुपये से अधिक की एयूएम और शुरुआत से ही 9.12 फीसदी सीएजीआर के साथ एपीवाई एक मजबूत और टिकाऊ पेंशन उत्पाद है। रमन ने सभी बैंकों, विशेष रूप से निजी क्षेत्र के बैंकों से पेंशन संतृप्ति प्राप्त करने के लिए प्रयास बढ़ाने, निरंतरता में सुधार लाने और वित्तीय साक्षरता को बढ़ावा देने का आग्रह किया।
वित्त मंत्रालय ने जारी एक बयान में कहा कि अटल पेंशन योजना (एपीवाई) को पूरे देश में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को शामिल करते हुए व्यापक रूप से लागू किया गया है। 21 अगस्त 2025 तक अटल पेंशन योजना के तहत कुल नामांकन 8.11 करोड़ को पार कर गए हैं, जिनमें से 1.17 करोड़ से अधिक नए सदस्य वित्त वर्ष 2024-25 में नामांकित हुए। अटल पेंशन योजना देश की महिला आबादी और युवा पीढ़ी के बीच तेज़ी से लोकप्रिय हो रही है। वित्त वर्ष 2024-25 में कुल नामांकनों में से 55 फीसदी महिलाएं थीं।