कार्यशाला के दूसरे दिन मंगलवार के सत्र में विषय विशेषज्ञों ने होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड (सेकेंडरी स्टेज) की रूपरेखा पर गहन विचार-विमर्श किया। यह रूपरेखा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप तथा एनसीईआरटी और परख के दिशानिर्देशों के आधार पर तैयार की जा रही है। विशेषज्ञों ने इस मूल्यांकन पद्धति को विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास, कौशल आधारित अधिगम और पारदर्शी मूल्यांकन प्रणाली के अनुरूप बनाने पर विशेष बल दिया। कार्यशाला में प्रदेशभर से आए लगभग 66 प्रवक्ता एवं अध्यापक भाग ले रहे हैं।
शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा ने कहा कि इस पहल से शिक्षकों में नई मूल्यांकन प्रणाली की स्पष्ट समझ विकसित होगी और विद्यार्थियों के सर्वांगीण प्रगति आकलन में नई दिशा मिलेगी। यह कार्यशाला 30 अगस्त तक जारी रहेगी, जिसमें विभिन्न चरणों में विशेषज्ञ होलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड की संरचना व उसके व्यावहारिक क्रियान्वयन पर चर्चा करेंगे।