एक पेड़ माँ के नामअभियान में मातृ सम्मान और भावनात्मक जुड़ाव का है सुंदर समावेश : डॉ मुनीश

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अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. मुनीश कुमार ने बताया कि यह आयोजन न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रेरक पहल है, बल्कि इसमें मातृ सम्मान और भावनात्मक जुड़ाव का सुंदर समावेश भी देखने को मिला। उन्होंने कहा कि यह अभियान न केवल जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक समस्या के समाधान में सहायक है, बल्कि यह जनसामान्य को प्रकृति से जोड़ने का एक सशक्त माध्यम भी है। वृक्षों की जैव विविधता एवं उनके सामाजिक-आर्थिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए पौधरोपण को मानव जीवन के लिए आवश्यक बताया।
मीडिया प्रभारी डॉ. खलील खान ने बताया कि कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारीगण, संकाय सदस्य, बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ एवं कर्मचारियों ने सहभागिता की। सभी ने मिल कर विविध प्रजातियों-जैसे पीला कनेर, लाल कनेर, लाल चंदन, तिकोना आदि पौधों का सामूहिक रूप से रोपण किया। पौधों का चयन स्थानीय जलवायु एवं पारिस्थितिकी को ध्यान में रखते हुए किया गया।
मीडिया प्रभारी ने कहा कि कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी प्रतिभागियों ने पर्यावरण संरक्षण, वृक्ष संवर्द्धन तथा नियमित देखभाल की शपथ ली। इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि वृक्षारोपण केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि भावनात्मक कर्तव्य और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरित उपहार है। यह कार्यक्रम “हरित भविष्य की ओर एक कदम” की संकल्पना को साकार करने की दिशा में विश्वविद्यालय की सक्रिय भूमिका को दर्शाता है।