खंडहर में तब्दील हो रहा मगरलोड का इंद्रप्रस्थ स्टेडियम, जीर्णोध्दार की मांग

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इस स्टेडियम का निर्माण 22 वर्ष पहले 2003 में 25 लाख रुपये की लागत से हुआ था। इस स्टेडियम में कई बार पौधारोपण किया गया है। मगर स्टेडियम में एक भी पौधा मौजूद नहीं हैं। जनप्रतिनिधियों द्वारा पौधे रोपण तो किया जाता है लेकिन उसके बाद पौधे को दुबारा देखने नहीं आते हैं। इसी प्रकार मैदान में स्टेडियम बना हुआ है, लेकिन जब से स्टेडियम का निर्माण हुआ है उसके बाद कभी भी लिपाई-पोताई नहीं किया गया है। भवन का छत उखड़ रहा है। खिड़की का दरवाजा टूटा हुआ है। सीढ़ी में सुरक्षा के लिए लगाए गए लोहे के ग्रिल चोरी हो गए हैं। नगर पंचायत में मात्र एक ही स्टेडियम है जिसकी भी कोई देख रेख़ नहीं की जा रही है। खिलाडियों की पुलिस सेना, अग्निवीर की तैयारी कर रहे थानेश्वर साहू, दीपक साहू, गौरव सिंह ने बताया कि नगर पंचायत के स्टेडियम में सुविधा बढ़ाने के लिए कई बार आवेदन और निवेदन कर चुके हैं, मगर अधिकारी, जनप्रतिनिधियों द्वारा अनदेखा कर दिया जा रहा है।
राहुल ध्रुव, दुर्गेश साहू, रिंकू सिन्हा, यादराम ने कहा कि स्टेडियम में शाम होते ही शरारती तत्वों का जमघट लगा रहता है, जिसके कारण यहां पर कांच के टुकड़े, डिस्पोजल, पालीथिन का जमावट हो जाता है। इससे कसरत करने में काफी दिक्कत हो जाता हैं। जबसे इसका निर्माण हुआ है उसके बाद कभी कभी भी लिपाई- पुताई व मरम्मत नहीं हुआ है। जिसके कारण यह खंडहर जैसे प्रतीत होता है। इस संबंध में नगर पंचायत मगरलोड उपाध्यक्ष रूखमणी तोरण सिन्हा ने कहा कि जर्जर भवन के लिए अगली बैठक में प्रस्ताव पास कर जीर्णोध्दार के लिए प्रयास किया जाएगा।