कांवडि़यों के जाने के बाद शोरगुल से राहत मिली, किन्तु कांवडि़ए अपने पीछे जो गंदगी के अंबार छोड़ गए हैं, उसने तीर्थनगरी की फिजा की बदल दी है। चारों ओर गंदगी के अंबार हैं। हालांकि निगम प्रशासन कूड़ा निस्तारण के काम में लगा हुआ, किन्तु यह सब एक-दो दिन में होना मुमकिन नहीं। मेला क्षेत्र से उठती दुर्गध ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। यदि आज या कल में तेज बरसात नहीं आती तो मेला क्षेत्र के आसपास के लोगों का जीना मुहाल हो जाएगा और साथ ही संक्रामक रोगों के फैलने की आशंका बलवती हो जाएगी।