जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि मंगलवार को मनसा देवी और चंडी देवी दोनों मंदिर के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक रखी गई है। जिसमें सभी विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। साथ ही कुछ व्यवस्थाओं को फिलहाल प्रयोग के तौर पर मनसा देवी और चंडी देवी में किया जाएगा। इसके बाद उन्हें स्थायी करने का विचार किया जाएगा।
जिलाधिकारी दीक्षित ने कहा फिलहाल मनसा देवी और चंडी देवी दोनों ही मंदिरों में टेंपरेरी डिस्पेंसरी की शुरुआत की जाएगी। साथ ही सीढ़ी वाले मार्ग को फिलहाल श्रद्धालुओं के लिए बंद रखा जाएगा। इसके अलावा पैदल मार्ग पर यात्रियों के बैठने के लिए व्यवस्था की जाएगी। जूता केन्द्र को भी वहां से शिफ्ट करने का प्लान किया जा रहा है।
मनसा देवी मंदिर भगदड़ पर डीएम ने कहा कि फिलहाल जांच प्रारंभिक चरण में है। इसके लिए सभी वीडियो और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को देखा जा रहा है। लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। इसके बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
दरअसल, रविवार को मनसा देवी मंदिर के सीढ़ी मार्ग पर भगदड़ मचने से आठ श्रद्धालुओं की मौत हाे गई थी और 30 लोग घायल हो गए थे। प्रशासन के बयानों के मुताबिक भगदड़ का कारण मार्ग पर करंट फैलने की अफवाह बताई गई। इस भगदड़ में बच्चे भी आए। इस हादसे की जांच के लिए मुख्यमंत्री धामी ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं।