कदमा के शास्त्री नगर क्षेत्र में खरकाई नदी का पानी कई घरों में घुस चुका है। स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि कई परिवारों को अपना घर छोड़कर दूसरी मंजिल या छत पर शरण लेनी पड़ी है। लोग एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं और सामूहिक रूप से भोजन और अन्य आवश्यक सामग्री का प्रबंध कर रहे हैं।
मानगो के ओल्ड पुरुलिया रोड क्षेत्र में भी स्वर्णरेखा नदी का पानी सड़क पर बह रहा है, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो गया है। जलभराव के कारण स्थानीय लोग घरों में कैद हो गए हैं और स्थिति बेहद चिंताजनक बनी हुई है।
सूचना के अनुसार, नदी तटों पर बसे सैकड़ों घरों में बाढ़ का पानी घुस चुका है। प्रभावित क्षेत्रों में लोग अपने जीवन और सामान को सुरक्षित करने में जुटे हैं। हालात को देखते हुए प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ की टीम को तैनात किया है।
एनडीआरएफ की टीमें नावों और अन्य उपकरणों की सहायता से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही हैं। साथ ही प्रशासन की ओर से अस्थायी राहत शिविरों की व्यवस्था की गई है, जहां भोजन, दवाइयों और जरूरी सामग्रियों की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
आपदा प्रबंधन प्रभाग की ओर से चेतावनी जारी कर दी गई है कि लोग फिलहाल नदी तटों के पास न जाएं, क्योंकि जलस्तर में अभी और वृद्धि हो सकती है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भारी वर्षा की संभावना जताई है, जिससे बाढ़ की स्थिति और बिगड़ने की आशंका है।
प्रशासन की निगरानी लगातार जारी है और प्रभावित इलाकों में हर संभव मदद पहुंचाई जा रही है। लोगों से संयम और सहयोग बनाए रखने की अपील की गई है ताकि राहत और बचाव कार्य बिना बाधा के संचालित हो सकें।