सिरसा: सीईटी परीक्षा के पहले दिन 95.67 प्रतिशत परीक्षार्थी रहे उपस्थित

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प्रथम दिन उपस्थित अभ्यार्थियों का प्रतिशत 95.67 रहा। प्रात: कालीन सत्र में 14750 विद्यार्थियों में से 14119 परीक्षार्थी परीक्षा में बैठे हैं, इस परीक्षा में 631 परीक्षार्थी गैरहाजिर रहे हैं।

दूसरे सत्र में 14753 परीक्षार्थियों में से 14107 परीक्षा में बैठे तथा 646 परीक्षार्थी गैर हाजिर रहे हैं। परीक्षा के दौरान कहीं पर भी किसी भी प्रकार की परेशानी न आई। प्रत्येक सेंटर पर पुख्ता प्रबंध किए गए। परीक्षा को लेकर जिला में 64 केंद्र बनाए गए थे और पहले दिन की परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न हुई।

पुलिस लाइन, बस अड्डा व आठ अन्य जगहों पर हेल्पडेस्क स्थापित किए गए।

पुलिस लाइन में बाहर से आए परीक्षार्थियों के पहुंचने के बाद उन्हें परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने के लिए 11 रूट बनाए गए थे, पुलिसलाइन में रूट व स्कूल के नाम की बार-बार मुनादी करवाई गई। यहां रोडवेज की ओर से बसों को जल्द केंद्र तक पहुंचाने के लिए कंट्रोल रूम भी बनाया गया, जिसमें रोडवेज के अधिकारी उपस्थित रहे।

यदि कोई परीक्षार्थी बस स्टैंड पहुंच गया तो उसे संबंधित रूट की बस तक पहुंचाया गया। परीक्षार्थी को समय पर परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने के लिए कुछ शटल सेवाएं बस अड्डा से भी जारी रखी गई। पुलिसलाइन में बाहर से आए परीक्षार्थियों के लिए चाय-नाश्ते की व्यवस्था की गई। सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं ने चाय-बिस्कुट व पूरी सब्जी का लंगर लगाया। दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए भी व्यापक प्रबंध किए गए।

प्रशासन ने बाहर से आने वाले परीक्षार्थियों को परेशानी से बचाने के लिए आठ स्थानों पर हेल्पडेस्क स्थापित किए। इन हेल्पडेस्क पर भारत स्काउट्स, हिंदुस्तान स्काउट्स के विद्यार्थियों के अलावा शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी निर्धारित की, जो परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों की जानकारी देते रहे।

पुलिस कर्मियों ने दिया मानवीय संवेदना का परिचय

सीईटी परीक्षा के दौरान डबवाली में एक मार्मिक दृश्य सामने आया, जब एक महिला अभियार्थी अपने 11 महीने के शिशु को परीक्षा केंद्र पर लेकर आईं। परीक्षा के दौरान शिशु रोने लगा, जिसे देखकर मौके पर तैनात पुलिस कर्मियों ने मानवीय संवेदना का परिचय दिया। पुलिस द्वारा महिला अभियाथी को संक्षिप्त रूप से बुलाकर शिशु को स्तनपान करवाने में सहायता की गई और उसके बाद पुलिस कर्मी परीक्षा संपन्न होने तक बच्चे की देखभाल करते रहे।