यह अभ्यास एक टेबल टॉप अभ्यास और कंप्यूटर-आधारित युद्धाभ्यास के रूप में होगा। इसका उद्देश्य यंत्रीकृत युद्ध के लिए संचालन प्रक्रियाओं को मजबूत करना है। इसका समापन भारतीय सेना के उपकरणों के प्रदर्शन के साथ होगा। इस अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र के अधिदेश के तहत दोनों सेनाओं की अंतर-संचालन क्षमता और संयुक्त प्रशिक्षण क्षमताओं को बढ़ाना है। इससे दोनों देशों की सेनाओं के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग मजबूत होंगे।
उद्घाटन समारोह में दोनों पक्षों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल अर्जुन गणपति भारतीय दल का नेतृत्व कर रहे हैं, जबकि 42वीं सिंगापुर आर्मर्ड रेजिमेंट के बटालियन कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल खिव झी यूंग सिंगापुर के पक्ष का नेतृत्व करेंगे। 340वीं (I) मैकेनाइज्ड ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर प्रीतम और 4 सिंगापुर आर्मर्ड ब्रिगेड के कमांडर कर्नल वोंग ज़ेंग यू मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
अभ्यास के दौरान 42 सिंगापुर बख्तरबंद रेजिमेंट भारतीय टुकड़ी को रेजिमेंटल ध्वज का प्रतीकात्मक हस्तांतरण भी करेगी। अभ्यास की अवधि में भारतीय गठन को कमान के औपचारिक हस्तांतरण का प्रतीक होगा। एक्सरसाइज बोल्ड कुरुक्षेत्र 2025 भारत और सिंगापुर के बीच मजबूत रक्षा संबंधों को और मजबूत करेगा तथा सामरिक और रणनीतिक दोनों स्तरों पर आपसी समझ और सहयोग को बढ़ावा देगा।