ग्वालियर, 27 जुलाई । जिले में लगातार हो रही मानसूनी वर्षा से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों की निचली बस्तियों में जल भराव से प्रभावित लोगों की मदद के लिये जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों सहित सम्पूर्ण राजस्व अमला अपने-अपने क्षेत्र में डटा है। कलेक्टर रुचिका चौहान ने रविवार को नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय के साथ दीनदयाल नगर व भगतसिंह नगर सहित शहर की अन्य निचली बस्तियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने निचली बस्तियों में मशीनों एवं नगर निगम के अमले की मदद से सड़कों पर भरे पानी की निकासी भी कराई। साथ ही नाले व नालियों में पानी का फ्लो बढ़ाने के लिये नगर निगम द्वारा की जा रही अवरोध हटाने की कार्रवाई का जायजा भी लिया।
कलेक्टर रुचिका चौहान ने इस अवसर पर नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल भराव से संबंधित समस्याओं के निदान के लिये युद्ध स्तर पर कार्रवाई करें। कंट्रोल रूम में शिकायत मिलने पर तत्काल सहायता पहुँचनी चाहिए। इसमें ढिलाई पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों को जवाबदेह मानकर कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने निचली बस्तियों में पानी की निकासी के लिये अच्छा काम कर रहे नगर निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों को शाबाशी देकर प्रोत्साहित भी किया।
हबीपुरा से 45 लोगों को किया रेस्क्यू
ग्वालियर नगर निगम के वार्ड क्र.-61 में स्थित हबीपुरा के कुछ घरों के चारों ओर से पानी से घिर जाने की सूचना मिलने पर कलेक्टर रुचिका चौहान ने एसडीएम अतुल सिंह के नेतृत्व में राजस्व, एसडीआरएफ एवं नगर निगम की संयुक्त टीम मौके पर भेजी। इस टीम ने एसडीआरएफ की मदद से जल भराव के बीच फँसे परिवारों को सुरक्षित निकलवाया। एसडीएम अतुल सिंह ने बताया कि बाराघाटा औद्योगिक क्षेत्र के सामने स्थित हबीपुरा बस्ती में अलापुर डैम में पानी बढ़ने से जल भराव की स्थिति निर्मित हुई। इससे लगभग 15 परिवारों के 45 लोगों को एसडीआरएफ की नावों की मदद से सामान सहित सुरक्षित निकलवाया गया। ये सभी परिवार अपनी मर्जी से अपने रिश्तेदारों के यहाँ आश्रय लेने चले गए हैं। जिला प्रशासन व नगर निगम द्वारा एहतियात बतौर सरकारी भवनों को राहत शिविरों के लिये चिन्हित करके रखा गया है। यहाँ सभी आवश्यक व्यवस्थायें भी कर ली गईं हैं।
बरोठा गाँव में कराई पानी की निकासी
जिले के सभी एसडीएम एवं तहसीलदार निचली बस्तियों में पानी की निकासी कराने का काम करा रहे हैं। इस क्रम में डबरा एसडीएम दिव्यांशु चौधरी व तहसीलदार दिव्यदर्शन शर्मा ने डबरा शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र की निचली बस्तियों का जायजा लिया। उन्होंने ग्राम बरोठा में हो रहे अत्यधिक जल भराव की निकासी कराई। इसी तरह जिले के अन्य एसडीएम भी अपने-अपने क्षेत्रों में राजस्व अमले के साथ पहुँचे और पानी की निकासी की व्यवस्था कराई।
ग्वालियर ग्रामीण एसडीएम सूर्यकांत त्रिपाठी ने बताया कि बीते रोज बैसली नदी में पैर फिसलने से गिर गए प्रीतम कुशवाह की लाश मिल गई है। जिला प्रशासन की टीम बीते रोज से ही एसडीआरएफ की मदद से प्रीतम को खोजने में जुटी थी। रविवार को सकतपुरा के समीप नदी में प्रीतम कुशवाह की डेड बॉडी टीम को मिली है, जिसे पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया है। भितरवार एसडीएम संजीव जैन ने बताया कि भितरवार अनुविभाग के अंतर्गत सड़कों पर स्थित पुल-पुलियों व निचली बस्तियों पर लगातार नजर रखी जा रही है। पानी बढ़ने पर निचली पुल-पुलियों से आवागमन भी बंद कराया गया है। साथ ही स्थानीय निवासियों को पानी बढ़ने पर पुल-पुलियों से न निकलने के लिये सतर्क कर दिया गया है।
आदित्यपुरम में नाले के अवरोध हटाकर व पाइप डालकर कराई पानी निकासी की व्यवस्था
ग्वालियर शहर की निचली बस्तियों में पानी निकासी के लिये व्यापक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। इस कड़ी में कलेक्टर रुचिका चौहान के निर्देश पर नगर निगम की टीम अपर आयुक्त विजय राज के नेतृत्व में आदित्यपुरम पहुँची और पानी की निकासी की व्यवस्था कराई। टीम द्वारा नाले के अवरोध हटाकर पाइप डलवाए गए हैं। यहाँ की अन्य गलियों में भी इसी तरह पानी की निकासी सुनिश्चित करने के लिये नगर निगम की टीम जुटी है।
खेड़ीरायमल के राहत शिविर में भोजन व पेयजल की पुख्ता व्यवस्था
जिले के डबरा विकासखंड के ग्राम खेड़ीरायमल में जल भराव की वजह से रेस्क्यू किए गए परिवारों को यहाँ के पंचायत भवन में बनाए गए राहत शिविर में आश्रय दिलाया गया है। राहत शिविर में जिला प्रशासन द्वारा सभी लोगों के लिये चाय-नाश्ता एवं दोनों समय के भोजन व शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई है। साथ ही प्राथमिक चिकित्सा के इंतजाम भी किए गए हैं। कलेक्टर रुचिका चौहान ने जिले के सभी एसडीएम को राहत शिविरों का लगातार निरीक्षण करने और पुख्ता व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। शिविर में तैनात जिला प्रशासन के मैदानी कर्मचारी राहत शिविर में रह रहे सभी रहवासियों को सम्मानपूर्वक भोजन परोसकर खिला रहे हैं।