जिला में बनाए गए 64 परीक्षा केंद्रों पर जहां रविवार को दोनों सत्रों में 29505 परीक्षार्थियों में से 28 हजार 276 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी और 1229 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। रविवार को परीक्षार्थियों की उपस्थिति 95.83 प्रतिशत रही। वहीं शनिवार को 29 हजार 503 परीक्षार्थियों में से 28226 परीक्षार्थी हाजिर हुए थे, जो उपस्थिति का 95.67 प्रतिशत रहा। परीक्षा के दूसरे दिन रविवार को प्रथम सत्र में 14 हजार 752 परीक्षार्थियों में से 14134 परीक्षार्थी हाजिर रहे और 618 परीक्षार्थी परीक्षा देने नहीं पहुंचे। वहीं दूसरे सत्र में 14 हजार 753 परीक्षार्थियों में से 14 हजार 142 परीक्षार्थी हाजिर रहे और 611 अनुपस्थित रहे।
जिला में सीईटी परीक्षा के लिए प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन द्वारा किए गए प्रबंध से परीक्षार्थी और अभिभावक संतुष्ट नजर आए और बेहतर प्रबंधन के लिए आभार जताया। उपायुक्त शांतनु शर्मा और पुलिस अधीक्षक डॉ. मयंक गुप्ता ने पारदर्शिता के साथ परीक्षा के सफल संचालन के लिए हर पहलू पर बारीकी से नजर बनाए रखी। उपायुक्त शांतनु शर्मा ने परीक्षा के सफल संचालन और सहयोग के लिए परीक्षार्थियों, अभिभावकों, अधिकारियों-कर्मचारियों व समस्त जिलावासियों का आभार जताया।
बीडीपीओ ने सरकारी गाड़ी में पहुंचाया परीक्षा केंद्र
सीईटी परीक्षा के दूसरे दिन एक सराहनीय उदाहरण सामने आया, जब सरकार की हिदायतों के तहत विकलांग परीक्षार्थियों को विशेष सहयोग प्रदान किया गया। उपायुक्त के निर्देशानुसार गांव रूपावास की रहने वाली सुमित्रा पत्नी पवन कुमार को बीडीपीओ कार्यालय नाथूसरी चौपटा की ओर से सरकारी गाड़ी में घर से परीक्षा केंद्र रानियां तक पहुंचाया गया। इस सेवा के दौरान बीडीपीओ के कार्यालय नाथुसरी चोपटा की गाड़ी से सुमित्रा को सुरक्षित परीक्षा केंद्र तक पहुंचाया।