कार्यक्रम की शुरुआत मंगलवार देर शाम वल्लभनगर नगर के डांगी चौराहे से शोभायात्रा के साथ हुई। डीजे साउंड पर भक्ति गीतों की मधुर धुन पर झूमते-नाचते श्रद्धालुओं का काफिला शिवाजी मार्केट, कबूतर चौक, सदर बाजार, स्कूल गली व दशहरा चौक होते हुए मंदिर परिसर पहुंचा। शोभायात्रा में सैकड़ों महिलाएं व पुरुष श्रद्धालु शामिल हुए। मंदिर पहुंचने पर वैदिक परंपरा के अनुसार आचार्य रमेशचंद्र आमेटा के सान्निध्य में पूजा-अर्चना की गई। इस दौरान शीतला माता भवन में आयोजित धार्मिक समारोह में झाला ने कहा कि माता का शृंगार चुराना घोर पाप है और यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक महीने बीतने के बावजूद पुलिस अब तक चोरों का सुराग तक नहीं लगा पाई है। उन्होंने मांग की कि शीघ्र ही अपराधियों को गिरफ्तार कर चोरी गए आभूषण बरामद किए जाएं।
ज्ञातव्य है कि गत 1 जुलाई की रात्रि को मंदिर से माता के श्रृंगार के लिए समर्पित लगभग 30 किलो चांदी के कीमती आभूषण चोरी हो गए थे। घटना के बाद वल्लभनगर क्षेत्र में व्यापक जनआक्रोश देखने को मिला। श्रद्धालुओं ने स्वेच्छा से बाजार बंद कर विरोध जताया था तथा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया था। कांग्रेस की ओर से पूर्व विधायक प्रीति शक्तावत के नेतृत्व में भी विरोध-प्रदर्शन हो चुका है।
झाला द्वारा चांदी व पोशाक अर्पित करने की इस पहल को श्रद्धालुओं ने भावनात्मक रूप से सराहा। कार्यक्रम में व्यापार मंडल अध्यक्ष मीठालाल खेरोदिया, श्री शीतला माता ट्रस्ट उपाध्यक्ष महेश जोशी, भीण्डर प्रधान हरिसिंह सोनिगरा, वल्लभनगर प्रधान देवीलाल नंगारची, पूर्व प्रधान गीता पटेल, पूर्व उपप्रधान मोहनलाल मेनारिया, बार एसोसिएशन अध्यक्ष रमेश चंद्र सांगावत, विजयलाल मेनारिया, रोशनलाल मेनारिया, अनिल शर्मा, महावीर दक समेत कई गणमान्यजन मौजूद रहे।