इस दौरान जयराम ठाकुर ने वित्त मंत्री को हिमाचल प्रदेश में आपदा से हुई जान-माल की क्षति और बर्बाद हुई संपत्तियों का विस्तृत विवरण सौंपा तथा पुनर्निर्माण और पुनर्वास के लिए अधिकतम वित्तीय सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया।
उन्होंने बताया कि जिला मंडी के सराज, नाचन, करसोग, धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र और चंबा के कई इलाके बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। आपदा से अब तक 1200 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का नुकसान और 50 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जिनमें से 42 लोग केवल 30 जून की आपदा में मारे गए।
इसके अतिरिक्त,700 से अधिक घर पूर्ण रूप से नष्ट, 1000 से ज्यादा घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त, 1000 से अधिक पशुशालाएं और पशुधन, तथा खेती-बाड़ी की जमीन और फसलें भी तबाह हो गई हैं, जिससे हजारों परिवारों की आजीविका पर संकट मंडरा रहा है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य को इस समय भारी सहयोग और राहत पैकेज की जरूरत है। केंद्रीय वित्त मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
गौरतलब है कि जयराम ठाकुर एक दिन पहले ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश अध्यक्ष और अन्य प्रतिनिधियों के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और जल संसाधन मंत्री सीआर पाटील से भी मिलकर हिमाचल को ज्यादा से ज्यादा केंद्रीय सहायता प्रदान करने का आग्रह कर चुके हैं।