इन्हें पटना-गया-डोभी रूट से राजधानी पहुंचने में लगभग 8 दिन लगे। तीनों कोचों को आईएसबीटी डिपो में रखा गया है, जहां अब इन्हें उतारने की प्रक्रिया शुरू होगी। उतारने के बाद, तकनीकी टीमें इन कोचों के अलग-अलग हिस्सों को जोड़कर ट्रायल से पहले उनकी अच्छी तरह जांच करेंगी।
पटना मेट्रों के अधिकारियों ने बताया कि ट्रायल रन आईएसबीटी से मलाही पकड़ी तक किया जाएगा। ट्रायल के दौरान, यह सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी परीक्षण किए जाएंगे कि सब कुछ सुरक्षित और सुचारू रूप से काम कर रहा है। अगर कोई समस्या पाई जाती है, तो उसे तुरंत ठीक कर दिया जाएगा। अगस्त के पहले सप्ताह तक इन परीक्षणों को पूरा करने का लक्ष्य है ताकि 15 अगस्त से पटनावासियों को तोहफे के रूप में मेट्रो सेवाएं शुरू की जा सकें।
मेट्रो अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में बैरिया स्थित आईएसबीटी से मलाही पकड़ी तक 6.1 किलोमीटर लंबे रूट पर मेट्रो का परिचालन शुरू होगा। इस मेट्रो ट्रेन में तीन कोच होंगे और बैठने और खड़े होने की जगह मिलाकर लगभग 900 यात्री बैठ सकेंगे। इस रूट पर पांच स्टेशन बनाए गए हैं- आईएसबीटी, जीरोमाइल, भूतनाथ, खेमनीचक और मलाही पकड़ी। हालांकि, खेमनीचक स्टेशन अभी तैयार नहीं है, इसलिए ट्रायल रन के दौरान इसे छोड़ दिया जा सकता है।