अविश्वास प्रस्ताव के बाद हटाए गए जगतार सिंह फिर बने जाखल ब्लाक समिति के प्रधान
मीनू कम्बोज बनी उपप्रधानफतेहाबाद, 24 जून (हि.स.)। जिले की जाखल ब्लाक समिति के प्रधान और उपप्रधान के चुनाव को लेकर मंगलवार को बीडीपीओ कार्यालय में बैठक आयोजित की गई। इस चुनाव में एक अजीबोगरीब बात देखने को मिली। दरअसल ब्लॉक समिति सदस्यों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव पारित कर जिस अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को पद से हटाया गया था, मंगलवार को हुई चुनावी प्रक्रिया से किस्मत ने ऐसा साथ दिया कि दोनों ही सदस्य दोबारा से अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनने में कामयाब रहे। वोट बराबर आने के बाद सभी उम्मीदवारों की सहमति से पर्ची डाली गई, जिसमें पूर्व पदाधिकारियों ने फिर से बाजी मार ली। जाखल बीडीपीओ कार्यालय में मंगलवार को ब्लॉक समिति के प्रधान व उपप्रधान पद के लिए चुनाव हुआ। बैठक की अध्यक्षता जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी अनूप कुमार ने की। प्रधान पद के लिए वार्ड नंबर तीन से सदस्य सुखतिंद्र और पूर्व प्रधान जगतार सिंह ने आवेदन किया। चुनाव प्रक्रिया से दोनों उम्मीदवारों को 5-5 मत मिले। वहीं, उपाध्यक्ष पद के लिए वार्ड नं 2 से सदस्य सर्वजीत कौर और पूर्व उपाध्यक्ष मीनू कंबोज ने आवेदन किया और चुनाव में दोनों को एक समान मत हासिल हुए। इसके बाद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के सभी उम्मीदवारों की सहमति से प्रधान और उपप्रधान पद के लिए पर्ची डाली गई। पर्ची से जगतार सिंह फिर से ब्लॉक समिति के प्रधान बन गए, वहीं पर्ची से उपाध्यक्ष की कुर्सी मीनू कंबोज को ही मिली। चुनाव को किए गए गए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंधब्लाक समिति प्रधान व उपप्रधान चुनाव को चुनाव बीडीपीओ कार्यालय के बाहर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। पुलिस की तीन टुकडिय़ों सहित जाखल के थाना प्रभारी कुलदीप सिंह सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे थे। दोपहर 12 बजे से पहले पंचायत समिति के सभी 10 सदस्य बीडीपीओ कार्यालय में पहुंच गए थे। इसके बाद डीडीपीओ अनूप कुमार के नेतृत्व में करीब साढ़े 12 बजे ब्लॉक समिति के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू की गई। ब्लॉक समिति के सभी 10 सदस्यों ने चुनाव में भाग लिया। ब्लॉक समिति प्रधान और उपप्रधान के लिए चुनाव ईवीएम से कराया गया। इसके बाद मतों की गणना की गई।
प्रधान पद के लिए वार्ड नं 3 से उम्मीदवार सुखतिंद्र सिंह को 5 और पूर्व प्रधान जगतार सिंह को भी 5 वोट मिले। इसी तरह उपप्रधान के दोनों उम्मीदवारों को भी 5-5 मत हासिल हुए। दोनों पदों पर मतों की संख्या बराबर रहने पर दोनों पदों के उम्मीदवार प्रधान और उपप्रधान पद के लिए पर्ची डालने पर सहमत हुए। इसके बाद एक बक्से में दोनों के नाम की पर्ची डाली गई। प्रशासन द्वारा सभी उम्मीदवारों की आपसी सहमति से बक्से से पर्ची उठवाई। पर्ची पर प्रधान पद के लिए जगतार सिंह का नाम लिखा हुआ था, जबकि उपप्रधान के लिए मीनू कंबोज का नाम था। करीब एक घंटे की इस प्रक्रिया से जगतार सिंह फिर से प्रधान और मीनू कंबोज उपप्रधान बन गई।