हिमाचल में चार दिन भारी बारिश की चेतावनी, ओरेंज अलर्ट जारी
शिमला, 23 जून (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है और राज्य के अधिकांश इलाकों में भारी बारिश हुई है। बीते 24 घंटों में सबसे अधिक बारिश सिरमौर जिले के पांवटा साहिब में 84.6 मिलीमीटर वर्षा दर्ज हुई। इसके अलावा कांगड़ा में 36.8 मिलीमीटर, बैजनाथ में 26.0, माेरिंडा में 22.2, बीबीएमबी में 19.4, मुरारी देवी में 19.0, कोठी में 15.4, पालमपुर में 12.8, नेरी में 12.5, मंडी में 12.4, पंडोह में 12.0 और जोगिंदरनगर में 11.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। बारिश से तापमान में गिरावट भी दर्ज की गई है और गर्मी से राहत मिली है।
मौसम विभाग ने आगामी चार दिनों के लिए राज्य में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार 24, 25, 26 व 27 जून को कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की आशंका है और इसे लेकर ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 28 व 29 जून को बारिश में थोड़ी कमी आएगी, लेकिन इस अवधि में भी भारी बारिश का येलो अलर्ट रहेगा। इस दौरान नदियों और नालों में जलस्तर बढ़ने के साथ-साथ भूस्खलन और पेड़ों के गिरने जैसी घटनाएं भी हो सकती हैं।
मौसम विभाग ने लोगों को चेताया है कि वह इस दौरान सतर्क रहें और गैरजरूरी सफर करने से बचें। विशेष रूप से पर्वतीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सलाह दी गई है कि वे बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी भी आपदा की स्थिति में प्रशासन से तुरंत संपर्क करें। शिमला जिला प्रशासन ने मानसून के दौरान किसी भी आपदा में राहत व बचाव कार्यों के लिए नोडल अधिकारियों की तैनाती की है।
इस बीच राजधानी शिमला व आसपास के इलकों में सोमवार सुबह से घने बादल छाए हैं और बारिश की संभावना बनी हुई है। विभाग ने आज भी राज्य के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
राज्य में मानसून ने बीते 20 जून को दस्तक दी थी। अब तक मानसूनी बारिश से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है।मानसून सीजन में हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं का खतरा बढ़ जाता है। हर साल मानसून के दौरान राज्य में भूस्खलन, बादल फटने व अन्य वर्षा जनित हादसों में सैंकड़ों लोगों की मौत होती है।
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