बलरामपुर में सहकारी बैंक में फर्जीवाड़ा मामले में दो अन्य आरोपित गिरफ्तार, 60 लाख के आभूषण, 1.5 करोड़ की संपत्ति जब्त

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बलरामपुर में सहकारी बैंक में फर्जीवाड़ा मामले में दो अन्य आरोपित गिरफ्तार, 60 लाख के आभूषण, 1.5 करोड़ की संपत्ति जब्त

बलरामपुर, 3 जून (हि.स.)। बलरामपुर में सहकारी बैंक की शाखा शंकरगढ़ व कुसमी में करोड़ों रुपये के फर्जीवाड़े के मामले में बलरामपुर पुलिस ने दो अन्य आरोपितों को गिरफ्तार कर आज जेल भेजा है। अब तक इस पूरे प्रकरण में 13 आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुके। जिसमें आठ आरोपित की पुलिस ने रिमांड प्राप्त कर लिया है। पुलिस के द्वारा आज जारी विज्ञप्ति के अनुसार, उच्च पुलिस अधिकारियों के निर्देश में रिमांड प्राप्त आरोपितों से पूछताछ और जांच के बाद तथ्यों के आधार पर आरोपित अलंकार ज्वैलर्स के संचालक नवनीत सोनी (43 वर्ष) और उसकी पत्नी सुषमा सोनी अंबिकापुर निवासी को गिरफ्तार किया गया है। दोनों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

बैंक के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की आपसी मिलीभगत से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कई बैंक खाते खोले गए थे। इन खातों में अवैध रूप से करोड़ों रुपये ट्रांसफर कर वित्तीय अनियमितता की गई। जांच में सामने आया कि, आरोपित अशोक सोनी के बैंक खाते से नवनीत सोनी के व्यवसायिक खाते (जमुना अलंकार) में 1 करोड़ 82 लाख दो हजार रुपये का ट्रांजेक्शन किया गया। पुलिस के समक्ष नवनीत सोनी ने इस रकम के संबंध में कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाया, जिसके आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया।

प्राप्त धनराशि से सोने-चांदी के आभूषण खरीदे गए तथा जमीन में निवेश किया गया, जिसे नवनीत ने अपनी पत्नी सुषमा सोनी के पास रखा था। पूछताछ में आरोपित सुषमा सोनी ने 60.30 लाख रूपये मूल्य के आभूषण प्रस्तुत किए, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 60.30 लाख रूपये की आभूषण और 1.5 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है।

क्या है पूरा मामला?

बलरामपुर के मैनेजर अरविंद श्रीवास्तव ने जिले के थाना कुसमी पर बीते मंगलवार को मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें उन्होंने बैंक के तीन बैंक एकाउंट में संदिग्ध लेन-देन और बड़े आर्थिक घोटाले के आरोप लगाए थे। यह घाटोले बैंक की शंकरगढ़ व कुसमी में होना बताया गया। अंबिकापुर की सहकारी केंद्रीय बैंक की शाखा शंकरगढ़ और कुसमी में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खोले गए बैंक अकाउंट में बीते बारह वर्षों से कुल 26 करोड़ 47 लाख 82 हजार 462 रूपये का घोटाला किया गया था। इस मामले में पुलिस ने तफ्तीश शुरू की तो घोटाले की परतें खुलने लगीं।

पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए सहायक मुख्य प्रवेक्षक शंकरगढ़ निवासी अशोक सोनी (56 वर्ष), संस्था प्रबंधक लक्ष्मण प्रसाद (56 वर्ष) जिला मनेंद्रगढ़ चिरमिरी, विजय उईके (50 वर्ष) जिला बलरामपुर, तबारक अली अंबिकापुर, राजेंद्र प्रसाद पांडेय (60 वर्ष) बलरामपुर , सुदेश यादव (30 वर्ष) शंकरगढ़ , एतबल सिंह (69 वर्ष)सरगुजा, प्रकाश कुमार सिंह (35 वर्ष) शंकरगढ़, जगदीश प्रसाद भगत (50 वर्ष) बलरामपुर, सबल राय (65 वर्ष) बलरामपुर, विकास चंद्र पांडवी (70 वर्ष) निवासी अंबिकापुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।इस मामले में अबतक 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। मामले में अभी जांच जारी है।