अमृतसर उत्तरी के विधायक कुंवर विजय प्रताप आआपा से निलंबित
चंडीगढ़, 29 जून (हि.स.)। पंजाब की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आआपा) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अमृतसर उत्तरी विधानसभा सीट से विधायक कुंवर विजय प्रताप सिंह को पांच साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है। कुंवर विजय प्रताप सिंह पंजाब कैडर के पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं और वे अपनी सरकार की कार्य प्रणाली से असंतुष्ट थे। बिक्रमजीत सिंह मजीठिया की गिरफ्तारी के बाद कुंवर प्रताप के बयानाें से पार्टी उनसे
नाराज चल रही थी।
अमृतसर उत्तरी विधानसभा सीट से विधायक कुंवर विजय प्रताप सिंह पंजाब कैडर के आईपीएस अधिकारी रह चुके हैं। उन्हें आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी में शामिल किया था। कुंवर विजय प्रताप सिंह पंजाब में विभिन्न पदों पर रहते हुए कई बड़े मामलों को बेनकाब करने को लेकर जहां सुर्खियों में रहे, वहीं वर्ष 2022 में हुए चुनाव से पहले उन्होंने आम आदमी पार्टी ज्वाइन की। आम आदमी पार्टी ने उन्हें अमृतसर उत्तरी सीट से उम्मीदवार बनाया था और वे जीत गए थे।
कुंवर विजय प्रताप सिंह बरगाड़ी गोली कांड पर दी गई अपनी रिपोर्ट पर सरकार की ओर से काेई कार्रवाई न किए जाने को लेकर नाराज थे। वह विधानसभा के भीतर और बाहर कई बार मौजूदा सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा चुके थे। हाल ही में उन्हाेंने विजिलेंस ब्यूरो द्वारा अकाली नेता विक्रमजीत सिंह मजीठिया को गिरफ्तार किए जाने के बाद मजीठिया के पक्ष में बयान दिया था। जिसके बाद पार्टी हाईकमान उनसे नाराज चल रही थी। मजीठिया की गिरफ्तारी के बाद कुंवर विजय प्रताप सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि वर्ष 2022 में जब बिक्रमजीत मजीठिया जेल में थे तब पंजाब सरकार ने न तो उनसे कोई पूछताछ की न ही कोई चालान पेश किया गया और बाद में उन्हें जमानत मिल गई।
विजय प्रताप ने मजीठिया की गिरफ्तारी पर कहा था कि वह मजीठिया से पहले भी असहमत थे और आगे भी असहमत रहेंगे लेकिन परिवार की इज्जत सभी की साझी होती है। चाहे वह नेता हो या अभिनेता अमीर हो या गरीब, दोस्त हो या विरोधी। आम आदमी पार्टी विधायक विजय प्रताप ने कहा था कि विजिलेंस की रेड डालना गलत है और पूर्व सरकारों की तरह मौजूदा सरकार भी विजिलेंस का दुरुपयोग कर रही है।
कुंवर विजय प्रताप के इन बयानों से नाराज पार्टी ने रविवार को एक पत्र जारी करके उन्हें पांच साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है। पार्टी ने यह कार्रवाई करके कई नेताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाया है।
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