मैट्रिक परीक्षा के रिजल्ट में  जिले का सबसे कम पास  प्रतिशत रहना भ्रष्टाचार का नतीजा : भाजपा

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मैट्रिक परीक्षा के रिजल्ट में  जिले का सबसे कम पास  प्रतिशत रहना भ्रष्टाचार का नतीजा : भाजपा

पश्चिम सिंहभूम, 29 मई (हि.स.)। झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक)की ओर से घोषित मैट्रिक परीक्षा 2025 में पश्चिमी सिंहभूम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। जिले का पास प्रतिशत मात्र 80.412 प्रतिशत दर्ज हुआ, जो पूरे राज्य में सबसे कम है। इसको लेकर भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष चंद्रमोहन तिऊ ने गुरुवार को राज्य सरकार और प्रशासन पर तीखा हमला बोला है।

प्रेस विज्ञप्ति में तिऊ ने कहा कि यह परिणाम शिक्षा व्यवस्था की उपेक्षा, अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का नतीजा है।

उन्होंने सरकारी स्कूलों की बदहाली, शिक्षकों की भारी कमी और डिजिटल संसाधनों के अभाव को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया।

तिऊ ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की पीएम श्री योजना और डीएमएफटी फंड की परियोजनाएं जिले में गंभीरता से लागू नहीं की गईं। उन्होंने डीएमएफटी के 40 करोड़ रुपये के टेंडर एक ही कंपनी को बिना पारदर्शिता के देने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की।

उन्होंने कहा कि जिले के विधायक और सांसद इस विषय पर चुप्पी साधे हुए हैं, जो भ्रष्टाचार में मौन समर्थन का संकेत है।

ये है युवा मोर्चा की मांग

घोटालों की जांच, कमजोर स्कूलों के संसाधन बढ़ाने और जिम्मेदारों पर कार्रवाई करने सहित अन्य मांग शामिल है। साथ ही भाजपा युवा मोर्चा ने शिक्षा बचाओ – भ्रष्टाचार हटाओ अभियान शुरू करने की भी घोषणा की है।

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