ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीएम मोदी का राजस्थान दौरा: देशनोक में करणी माता के दर्शन करेंगे

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 मई को राजस्थान का दौरा करेंगे। यह दौरा विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर के बाद है। पीएम मोदी बीकानेर जिले के देशनोक में करणी माता के प्रसिद्ध मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे। इसके उपरांत, वह वहां बने नए आधुनिक रेलवे स्टेशन का उद्घाटन भी करेंगे। यह रेलवे स्टेशन भारत-पाकिस्तान सीमा से लगभग 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जो इस क्षेत्र की रणनीतिक अहमियत को और भी बढ़ाता है।

इस बीच, राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के अनूपगढ़ क्षेत्र में एक ड्रोन गिरने की खबर आई है। गुरुवार सुबह 9:45 बजे स्थानीय किसानों ने यह ड्रोन 12 ए गांव के खेतों में पाया और तुरंत अनूपगढ़ पुलिस को सूचित किया। इस मामले में SHO ईश्वर जांगिड़ अपनी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और सीमा सुरक्षा बल (BSF) को भी घटनास्थल पर आने के लिए जानकारी दी। बताया गया है कि यह ड्रोन लगभग 5 से 7 फीट लंबा है और इसके कैमरे के तंत्र को टूटकर अलग पाया गया है।

राजस्थान की भारत-पाक सीमा के नजदीक स्थित इस ड्रोन के गिरने के मामले ने सुरक्षा एजेंसियों के बीच चिंता बढ़ा दी है। खासकर उस समय जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बना हुआ है। यह ड्रोन किस उद्देश्य से यहाँ आया और इसके पीछे किन लोगों का हाथ है, इन सभी सवालों के उत्तर निकालने की कोशिश की जा रही है। ऐसी खबरें अक्सर सुरक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण होती हैं और यह दर्शाती हैं कि सरहद पर किसी भी प्रकार की गतिविधियों पर गहरी नजर रखी जा रही है।

इसके साथ ही भारत-पाकिस्तान सीमा पर होने वाली घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों के बीच समन्वय बढ़ाने की आवश्यकता है। स्थानीय लोग भी इस मामले को लेकर चिंतित हैं और यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि क्या यह ड्रोन किसी शत्रुतापूर्ण इरादे से यहाँ पर आया था या किसी अन्य कारण से। ड्रोन की जांच और इसके साथ जुड़े सभी पहलुओं की छानबीन की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

इस संदर्भ में राजस्थान की सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। यह स्थिति परीक्षण का एक उदाहरण है कि कैसे तकनीकी उपकरणों का इस्तेमाल सीमाएं पार करनेवाले तत्वों द्वारा किया जा सकता है। प्रशासन और सुरक्षा बलों को अब पहले से अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है ताकि किसी भी संभावित खतरे का समय पर सामना किया जा सके। हाल के दिनों में सीमा क्षेत्रों में इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं, जो एक गंभीर संकेत है।