मानसून से पूर्व पशुओं को गलाघूटो का टीका लगवाना आवश्यक,उपलब्ध हो चुकी है वैक्सीन

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मानसून से पूर्व पशुओं को गलाघूटो का टीका लगवाना आवश्यक,उपलब्ध हो चुकी है वैक्सीन

पशुपालक भाई बहनों से अपील है कि पशुओं की सुरक्षा करने को अवश्य लगवाएं टीका

प्रयागराज,30 मई (हि.स.)। मानसून आने से पूर्व पशुओं को होने वाली गलाघोटू की बीमारी से रोकथाम के लिए लगने वाला टीका हेमोरेजिक सेप्टिसीमिया—ब्लैक क्वार्टर वैक्सीन उपलब्ध हो चुका है। प्रयागराज के पशुपालक भाइयों एवं किसानों से अपील है कि पशुओं की सुरक्षा के लिए अवश्य लगवाएं। यह जानकारी शुक्रवार को मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ.शिवनाथ यादव ने दी।

उन्होंने बताया कि यह टीका सबसे पहले बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नि:शुल्क लगाया जाएगा। इसके बाद अन्य क्षेत्रों में इसकी शुरुआत की जाएगी। जनपद के विकासखंड क्षेत्र के पशुपालक भाइयों एवं बहनों से अपील है कि अपने पशुओं की सुरक्षा के लिए बारिश शुरू होने से पूर्व इसे अवश्य लगवाए।

डॉ.यादव ने बताया कि गलाघोंटू की रोकथाम के लिए पशुओं को लगने वाले टीके का नाम एचएस-बीक्यू (हेमोरेजिक सेप्टीसीमिया-ब्लैक क्वार्टर) वैक्सीन है। यह टीका दुधारू पशुओं में होने वाले गलघोंटू और लंगड़ी बुखार से बचाव के लिए लगाया जाता है। टीका पशुपालन विभाग में आ चुका है और पशुओं को मुफ्त में लगाया जा रहा है। यह टीका वर्षा ऋतु से पहले लगवाना आवश्यक होता है।

रोग से बचाव के उपाय

गलाघोटू एवं लंगड़ी बुखार से बचाव के लिए केवल टीकाकरण ही केवल एक मात्र उपाय है। इस बीमारी का पता लगने पर उपचार शीघ्र शुरू किया जाए तो इस जानलेवा रोग से पशुओं को बचाया जा सकता है। इसके अलावा इसमें एंटीबायोटिक जैसे सल्फाडीमीडीन ऑक्सीटेट्रासाइक्लीन और क्लोरम फॉनीकोल एंटीबायोटिक का इस्तेमाल इस रोग से बचाव के साधन है।

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