बारिश में भीगी गेहूं गोदाम में पर डीएम-व्यापारी आमने-सामने, धरने पर बैठे व्यापारी

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बारिश में भीगी गेहूं गोदाम में पर डीएम-व्यापारी आमने-सामने, धरने पर बैठे व्यापारी

फतेहाबाद, 3 मई (हि.स.)। जिले के शहर भूना में बारिश में भीगी गेहूं की बोरियों को गोदाम में रखने से इनकार करने पर शनिवार को हैफेड के जिला प्रबंधक राजेश कुमार हुड्डा और व्यापारियों के बीच विवाद हो गया। व्यापार मंडल के प्रधान अजय कुमार ने आरोप लगाया कि डीएम ने व्यापारियों से गाली गलौज की। वहीं डीएम ने कुछ व्यापारियों पर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया। डीएम राजेश हुड्डा ने कहा कि बारिश में भीगी गेहूं को गोदाम में रखने के लिए धरना प्रदर्शन कर दबाव बनाया जा रहा है।, लेकिन खराब गेहूं को किसी भी हालत में गोदाम में नहीं रखा जाएगा। क्योंकि इससे दूसरी गेहूं भी खराब हो सकती है। गोदाम इंचार्ज को इसका नुकसान उठाना पड़ेगा। इस विवाद के बाद व्यापार मंडल के एक गुट ने हैफेड सोसायटी भूना कार्यालय के सामने करीब दो घंटे तक धरना दिया। व्यापार मंडल प्रधान अजय कुमार, अशोक भूटानी, धर्मबीर दहिया, कुलदीप सिंह, सुभाष जग्गा, अमित कुमार, घनश्याम, कमल सिंह, सुरेंद्र सिंह, दलबीर सिंह, हरबंस सिंह, प्रवीण कुमार, रामनिवास और राजेश कुमार ने बताया कि अनाज मंडी से बाहर प्लींथ केंद्र से ठेकेदार ने गेहूं की लिफ्टिंग बंद कर दी है। इससे व्यापारियों को परेशानी हो रही है।व्यापारियों ने कहा कि मंडी में जगह नहीं है। हर साल व्यापारी प्लींथ केंद्रों पर किसानों की गेहूं डालकर सरकार को बेचते हैं। पहले खरीद और लिफ्टिंग का काम ठीक चल रहा था। शुक्रवार से ठेकेदार ने गेहूं उठाना बंद कर दिया, जबकि ठेकेदार और व्यापारियों के बीच समझौता हुआ था। इसके तहत प्लींथ केंद्र पर 50 पैसे प्रति बैग ज्यादा दिए जा रहे थे। व्यापारियों का आरोप है कि जब उन्होंने डीएम से बात की तो उन्होंने गाली गलौज की। प्रधान अजय कुमार ने कहा कि अधिकारी समाधान की बजाय विवाद बढ़ा रहे हैं, इसलिए व्यापारियों को धरना देना पड़ा। एसडीएम के आश्वासन पर सोमवार तक धरना स्थगित किया गया है। आश्वासन दिया गया है कि समस्या का हल निकाला जाएगा। अगर डीएम ने गाली दी है तो वह खेद प्रकट करेंगे।खराब गेहूं को गोदाम में किसी भी कीमत पर नहीं लगाएंगे : डीएमडीएम राजेश कुमार हुड्डा ने कहा कि उन्होंने किसी को गाली नहीं दी। आरोप बेबुनियाद हैं। कुछ व्यापारियों की गेहूं बारिश में भीग गई थी। गाडिय़ों में भरकर गोदाम लाई जा रही थी। गोदाम इंचार्ज ने गेट पास देने से मना कर दिया। अगर यह गेहूं गोदाम में रख दी जाती तो सड़ जाती और दूसरी गेहूं भी खराब हो जाती, इसलिए भीगी गेहूं को हवा लगने के बाद ही गोदाम में रखा जाएगा। कुछ व्यापारी धरना देकर दबाव बना रहे हैं, जो सफल नहीं होगा।