आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका संघ ने पर्यवेक्षकों पर प्रताड़ना-शोषण का आरोप लगाते हुए सौंपा ज्ञापन

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आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका संघ ने पर्यवेक्षकों पर प्रताड़ना-शोषण का आरोप लगाते हुए सौंपा ज्ञापन

बीजापुर, 20 मई (हि.स.)। जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका संघ ने अपनी विभिन्न मांगों और समस्याओं को लेकर आज मंगलवार काे कलेक्टर काे ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कार्यकर्ताओं ने विभागीय पर्यवेक्षकों (सुपरवाइजरों) द्वारा किए जा रहे प्रताड़ना एवं शोषण का आरोप लगाया है।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका संघ का कहना है कि “एफआरएस पोषण ट्रैकिंग” के तहत हितग्राहियों का फेस कैप्चर करना एक बड़ी चुनौती बन गया है। नेटवर्क की समस्या, ओटीपी प्राप्त नहीं होना और हितग्राहियों के पास स्मार्टफोन की अनुपलब्धता जैसे कारणों से कार्य बाधित हो रहा है। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि विभाग द्वारा दिए गए मोबाइल फोन उपयोगी नहीं हैं, और कार्य करने के लिए 5जी मोबाइल की मांग की जा रही है, जो उनके लिए आर्थिक रूप से संभव नहीं है।

ज्ञापन में बताया कि कुछ पर्यवेक्षकों द्वारा मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। बिना किसी पूर्व सूचना के वेतन में कटौती की जाती है, किराया, टीए और सुपोषण चौपाल के नाम पर कमीशन की मांग की जाती है। विरोध करने पर कार्यकर्ताओं को “नेतागिरी” कहकर बैठकों से बाहर निकाल दिया जाता है,और बदतमीजी से व्यवहार किया जाता है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका संघ की प्रमुख मांग यह है कि बीजापुर जिले में तीन साल से अधिक समय से पदस्थ सभी अधिकारी और पर्यवेक्षक को तत्काल स्थानांतरित किया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी लगातार तानाशाही रवैया अपनाए हुए हैं, और शोषण की हदें पार कर चुके हैं।

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