राजस्थान में पश्चिमी हवाओं के प्रभाव के कारण मौसम में परिवर्तन देखने को मिल रहा है। हाल ही में, यहां अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया है, जिससे पश्चिमी राजस्थान के जिलों में गर्मी का अनुभव अधिक तीव्र हो गया है। पूर्वी राजस्थान में भी तापमान में वृद्धि के चलते सुबह और शाम की ठंडक कम हो रही है, जिससे मौसम सामान्य से गर्म बनने लगा है।
जयपुर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने 3 अप्रैल को पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य के 15 जिलों में आंधी और हल्की बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही 5 अप्रैल के दौरान पश्चिमी जिलों में हीटवेव की चेतावनी भी जारी की गई है, जो वर्तमान मौसम की परिस्थितियों को और अधिक चिंता का विषय बनाता है। इस बीच, पिलानी और सीकर जैसे शेखावाटी इलाकों में ठंडक का अनुभव जारी है, हालांकि अन्य स्थानों पर तापमान तेजी से बढ़ रहा है।
हाल के तापमान पर नजर डालें तो फतेहपुर में न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस, बारां में 11.5 डिग्री, सीकर में 12 डिग्री, पिलानी और भीलवाड़ा में 13.8 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में 14.3 डिग्री, चूरू में 14.6 डिग्री और हनुमानगढ़ में 11.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। यह स्थितियां इस बात का संकेत हैं कि गर्मी का प्रकोप धीरे-धीरे बढ़ रहा है, जिससे आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार, 2 अप्रैल को राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में मौसम मुख्यतः साफ रहेगा, हालांकि कुछ स्थानों पर तापमान में वृद्धि भी हो सकती है। दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के कोटा संभाग में देर शाम तक बादल छाने की संभावना है। 3 अप्रैल को स्थानीय स्तर पर आंधी और बूंदाबांदी की चेतावनी के साथ येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसके बाद, 4 अप्रैल को मौसम अपेक्षाकृत साफ रहने की उम्मीद है और धूप तीव्र हो सकती है।
संभावित हीटवेव से प्रभावित क्षेत्रों में बाड़मेर और जैसलमेर शामिल हैं, जहां मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। ऐसे में, नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे अत्यधिक गर्मी से बचने के उपाय करें और आवश्यक सतर्कता बरतें। राजस्थान की चालू गर्मी का यह दौर आगामी दिनों में भी जारी रहने की संभावना है, जिससे लोगों को गर्मी सम्बंधी ऐहतियात बरतने की आवश्यकता होगी।