पंजाब में तूफानी बारिश की दस्तक, बठिंडा की गर्मी का रिकॉर्ड टूटा!

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पंजाब में इस समय लू की चपेट में आ गया है, जहां राज्य का औसत अधिकतम तापमान 42.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। विशेष रूप से बठिंडा को पंजाब का सबसे गर्म क्षेत्र माना जा रहा है। पिछले 24 घंटे में, राज्य के औसत अधिकतम तापमान में 0.7 डिग्री की वृद्धि हुई है, जिससे यह तापमान सामान्य स्तर से 6.2 डिग्री अधिक हो गया है। इस स्थिति के पीछे एक कारण पहले बार बंगाल की खाड़ी में निम्नदाब का क्षेत्र बनना है, जबकि दूसरी ओर वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सक्रिय हो गया है, जिससे मौसम में कुछ बदलाव आए हैं। हालात यह हैं कि हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी भी हो रही है।

मौसम विज्ञानियों ने जानकारी दी है कि 14 अप्रैल तक हीट वेव की स्थिति से राहत मिलने की उम्मीद है। साथ ही, आज पंजाब के 16 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जहां तेज हवाएं, आंधी और बिजली चमकने की आशंका है। इन हवाओं की रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की दर से चलने की संभावना है। वहीं, 17 जिलों में हल्की बारिश की संभावना भी जताई गई है, जो तापमान के गिरने का कारण बनेगी। मौसम विभाग ने बताया कि आज विभिन्न स्थानों पर बारिश की उम्मीद है, जिसमें पठानकोट, गुरदासपुर, लुधियाना, होशियारपुर, नवांशहर, रूपनगर, मोहाली, फतेहगढ़ साहिब, कपूरथला, अमृतसर और बठिंडा शामिल हैं।

तेज हवाओं और आंधी की चेतावनी देने वाले जिलों में पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, होशियारपुर, नवांशहर, कपूरथला, जालंधर, फाजिल्का, मुक्तसर, बठिंडा, लुधियाना, मानसा, फतेहगढ़ साहिब, रूपनगर, सास नगर (मोहाली) और मालेरकोटला भी शामिल हैं। यह सभी स्थान तेज हवा के साथ आंधी और बिजली के गिरने की संभावना के लिए सजग रहें।

हालांकि मौसम में यह बदलाव जरूर आ रहा है, लेकिन विभाग के अधिकारियों ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे तेज धूप के दौरान घर से कम बाहर निकलें। लोग घर पर रहकर पर्याप्त तरल पदार्थ का सेवन करें। अगर किसी भी प्रकार की तबीयत बिगड़ती है, तो तुरंत नजदीकी अस्पताल में संपर्क करें। सभी सरकारी अस्पतालों में 24 घंटे चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होंगी और मरीजों के लिए बेड भी रिजर्व किए गए हैं ताकि जरूरत पड़ने पर तत्काल इलाज किया जा सके।

इस प्रकार पंजाब में बेहद गर्मी के बीच मौसम के बदलाव से कुछ राहत मिलने की संभावना बन रही है, लेकिन नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है ताकि वे इस मौसमी संकट से सुरक्षित रह सकें।