अक्टूबर 2018 में एक भयावह घटना ने मुंबई के लोखंडवाला इलाके में हड़कंप मचा दिया। एक युवक लक्ष्य सिंह ने एक मंदिर में पंडित से संपर्क किया, यह बताते हुए कि उसकी मां के शरीर में उसके deceased पिता की आत्मा आ गई है। उसने पंडित से अनुरोध किया कि वे उसके घर चलें और उसके पिता का पिंड दान करें, ताकि मां को शांति मिले। लेकिन जब पंडित ने यह पूछा कि उसकी मां कहां हैं, तो लक्ष्य ने कहा कि उन्हें उसने बाथरूम में बंद कर दिया है, क्योंकि दो दिन पहले उनके बीच झगड़ा हुआ था। इस घटना ने न केवल पंडित को बल्कि पूरे क्षेत्र को चौका दिया।
लक्ष्य ने पंडित को अपने फ्लैट तक ले जाने के बाद स्थिति का सामना किया। देखा गया कि मां, सुनीता सिंह, बेहोश पड़ी थीं और उनका शरीर खून से लथपथ था। पंडित जी ने तुरंत एंबुलेंस बुलाने का सुझाव दिया, क्योंकि यह किसी पूजा-पाठ की बात नहीं थी। पंडित ने अन्य लोगों को घटना की जानकारी दी। जल्दी ही, एंबुलेंस आई, लेकिन स्वयंसेवियों ने जब सुनीता को देखा, तो उन्हें पता चला कि उनकी सांसें थम चुकी थीं। इससे लोगों के बीच हंगामा मच गया कि फ्लैट नंबर 302 में कुछ दुराचार हुआ है।
पुलिस ने सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। फ्लैट के दरवाजे को तोड़कर जब पुलिस ने अंदर प्रवेश किया, तो वहां सुनीता का शव फर्श पर पड़ा था। लक्ष्य, जो पहले से ही जानता था कि उसकी मां की मौत हो चुकी है, अचानक जोर-जोर से रोने लगा, जबकि वह खुदा ही जानता था कि उसके माता-पिता की निजी जीवन में घनिष्ठता और ड्रग्स का अहम योगदान था। उसने पुलिस को बताया कि वह अपनी मां को बचाना चाहता था और विश्वास करता था कि उसके पिता की आत्मा उसके अंदर है।
पुलिस ने लक्ष्य को संदिग्ध मानते हुए उसकी कस्टडी ले ली और उससे पूछताछ शुरू की। जांच में यह भी सामने आया कि लक्ष्य और उसकी मां दोनों ड्रग एडिक्ट थे और उन्हें अक्सर पैसों या संपत्ति के मुद्दों पर झगड़ा होता था। लक्ष्य का दावा था कि वह अपने पिता के पिंडदान करने के लिए गंभीरता से चिंतित था। लेकिन मामले की जांच दृढ़ता से आगे बढ़ी और अंधविश्वास की परतें भी खुलने लगीं।
इस बीच, एक नया मोड़ आया जब एक व्यक्ति ने पुलिस स्टेशन जाकर पुष्टि की कि वह लक्ष्य का पिता, कुलदीप सिंह लाठर है। कुलदीप ने बताया कि उन्होंने 2014 में सुनीता से तलाक लिया था और सुनीता ने बच्चे को उनकी मौत की बात बताई थी। कुलदीप ने इन सब बातों का खुलासा करते हुए कहा कि उनका परिवार कभी भी अंधविश्वास में विश्वास नहीं करता था, लेकिन शायद लक्ष्य की गर्लफ्रेंड एशप्रिया की वजह से यह सब बदल गया। उसने पुलिस से कहा कि एशप्रिया ने लक्ष्य को बताया था कि उनके घर में आत्मा का साया है।
अंत में, मृतक सुनीता के शव का पोस्टमॉर्टम हुआ और पुलिस ने लक्ष्य पर गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाया। इस घटना ने न केवल परिवार में हलचल मचाई बल्कि समाज में अंधविश्वास, ड्रग्स और पारिवारिक समस्याओं पर गहरे सवाल खड़े कर दिए। लक्ष्य अब अपने जीवन को फिर से संवारने की कोशिश कर रहा है और अपने करियर में नई दिशा दे रहा है, जबकि एशप्रिया के साथ उसका संबंध भी बरकरार है। इस संपूर्ण मामले ने एक गंभीर चेतावनी देते हुए दर्शाया है कि कैसे अंधविश्वास और नशे के जाल में फंसी जिंदगी एक खतरनाक मोड़ ले सकती है।