**भास्कर न्यूज़** | अमृतसर में शनिवार को पावरकॉम के सीएमडी ने वेरका रेस्ट हाउस में बिजली विभाग के डायरेक्टर और इंजीनियरों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। यह बैठक मौजूदा गर्मी में बिजली आपूर्ति को बेहतर बनाने और आगामी पैडी सीजन में नागरिकों को सुविधाएँ मुहैया कराने के उद्देश्य से की गई थी। इस बैठक में पंजाब के बिजली मंत्री हरभजन सिंह, पावरकॉम के सीएमडी आईएएस अजोय कुमार सिन्हा, डायरेक्टर डी इंजीनियरिंग इंद्रपाल सिंह, डायरेक्टर फाइनेंस केएस बेरी, और चीफ इंजीनियर देसराज बांगड़ प्रमुख रूप से शामिल हुए।
इस अवसर पर मंत्री हरभजन सिंह ने चिंता व्यक्त की कि गर्मी का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, लेकिन उन्होंने विश्वास दिलाया कि सरकार नागरिकों को निर्बाध बिजली आपूर्ति प्रदान करने के लिए तैयार है। पावरकॉम के सीएमडी अजोय कुमार सिन्हा ने बार्डर जोन के चीफ इंजीनियर देसराज बांगड़ को निर्देशित किया कि जिन फीडरों में बार-बार ब्रेकडाउन हो रहा है, उनकी जल्दी से मेंटेनेंस करवाई जाए। सरकार इस वर्ष के पैडी सीजन में बिजली की आवाजाही में किसी प्रकार की बाधा नहीं चाहती।
बैठक में यह भी चर्चा की गई कि यदि किसी विशेष क्षेत्र में मेंटेनेंस के लिए आवश्यक सामग्री की जरूरत पड़े, तो उसे स्टोर से मंगवाने की प्रक्रिया सरल रखी जाएगी। सीएमडी ने इस बात पर जोर दिया कि स्टोर में कोई सामग्री की कमी नहीं है, поэтому सेवाओं को सुचारू बनाना संभव है। इसके अलावा, बिजली के ओवरलोड ट्रांसफार्मर को तेजी से डी-लोड करने का आदेश भी जारी किया गया ताकि सिस्टम में कोई भी अनावश्यक दबाव न बने।
बैठक में विभिन्न सर्किलों के कई प्रमुख इंजीनियर भी मौजूद थे, जिनमें सिटी सर्कल एसई इंजी. जीएस खेहरा, एसई सबअर्बन सर्कल इंजी. बलकार सिंह, एसई गुरदासपुर इंजी. अमित शर्मा, एसई टीटी इंजी. मोहतम सिंह, और कई अन्य शामिल थे। इन सभी ने अपनी विशेषज्ञता के आधार पर बैठक में दिए गए निर्देशों का पालन करने का आश्वासन दिया। सभी अधिकारियों ने अपनी उन प्रतिबद्धताओं को दोहराया जो नागरिकों को बेहतर सेवा प्रदान करने के लिए जरूरी हैं।
बिजली की आपूर्ति को लेकर उपभोक्ताओं की बढ़ती मांग और गर्मी के महत्वपूर्ण प्रभाव को देखते हुए, यह महत्वपूर्ण बैठक उपयोगी साबित हो सकती है। मंत्री हरभजन सिंह और पावरकॉम के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता लोगों की समस्याओं को समझना और उनका समाधान करना है। अगले कुछ महीनों में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सही योजनाओं पर क्रियान्वयन आवश्यक है, ताकि पंजाब का बिजली विभाग इन चुनौतियों का सामना कर सके।