नमस्कार। आज की महत्वपूर्ण खबरों में हम चर्चा करेंगे गुजरात में हुई एक दुखद घटना की, जिसमें एक पटाखा फैक्ट्री में दुर्घटना के कारण मध्य प्रदेश के 21 मजदूरों की जान चली गई। इसके अलावा, वक्फ संशोधन बिल को लेकर चल रहे राजनीतिक हलचलों और सुप्रीम कोर्ट द्वारा बुलडोजर एक्शन को अमानवीय करार देने के मुद्दे पर भी बात करेंगे।
गुजरात के बनासकांठा जिले में स्थित एक पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार सुबह 8 बजे एक भीषण विस्फोट हुआ, जिसमें मध्य प्रदेश के 21 श्रमिकों की जान चली गई। घटना डीसा तहसील के धुनवा रोड पर स्थित फैक्ट्री में हुई, जब बॉयलर फटा। विस्फोट इतना भयानक था कि मृतक श्रमिकों के अंग 50 मीटर दूर तक फेंक दिए गए। वहीं, इस घटित घटना में 5 मजदूरों को मामूली चोटें आई हैं। ज्ञात हो कि सभी मजदूर मध्य प्रदेश के हरदा जिले के हंडिया गांव के निवासी थे और सिर्फ 2 दिन पहले ही काम के लिए फैक्ट्री पहुंचे थे।
दूसरी ओर, वक्फ संशोधन बिल को आज लोकसभा में पेश किया जाएगा। इस बिल पर चर्चा के लिए 8 घंटे का समय निर्धारित किया गया है, जिसमें NDA को 4 घंटे 40 मिनट का समय मिलेगा। संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा है कि देश को पता चलना चाहिए कि विभिन्न राजनीतिक दलों का इस बिल पर क्या रुख है। इस संशोधन के तहत वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिमों की एंट्री की बात कही जा रही है, जिससे महिलाओं और अन्य मुस्लिम समुदाय के लोगों की भागीदारी बढ़ाई जा सकेगी। इसके साथ ही, नए कानून के तहत बोर्ड पर सरकार का नियंत्रण भी बढ़ेगा।
इसके अलावा, सुप्रीम कोर्ट ने प्रयागराज में हुए बुलडोजर एक्शन को लेकर तीखी टिप्पणी की है। कोर्ट ने इसे अमानवीय बताते हुए कहा कि इस तरह से रिहायशी घरों को गिराना अस्वीकार्य है। जस्टिस अभय ओका और जस्टिस उज्जवल भुइयां की बेंच ने कहा कि यह कार्रवाई हमारी अंतरात्मा को झकझोर चुकी है। मामला 2021 से जुड़ा है जब प्रशासन ने गैंगस्टर अतीक की प्रॉपर्टी समझकर कुछ निर्दोष लोगों के घर तोड़ दिए थे। सुप्रीम कोर्ट ने इस पर मुआवजे देने के आदेश भी दिए हैं।
भाजपा की राजनीति में भी हलचल बनी हुई है। नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा अप्रैल में होने जा रही है, और अगले हफ्ते प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव को पूरा किया जाएगा। वर्तमान में जेपी नड्डा पार्टी के अध्यक्ष हैं, और उनका कार्यकाल जनवरी 2020 से चल रहा है। चुनावों में तेजी लाने के लिए नए अध्यक्ष का चयन महत्वपूर्ण होगा।
आखिर में, सोने की कीमतें फिर से नए रिकॉर्ड पर पहुँच गई हैं, जो वर्तमान में ₹91,115 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गई हैं। ऐसे में चांदी की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। इन आर्थिक बदलावों के पीछे कई कारण हैं, जिनमें वैश्विक राजनीति की स्थितियों का प्रभाव भी शामिल है।
ये घटनाएँ और मुद्दे देश की राजनीति और आम जनता के जीवन पर गहरा असर डाल रहे हैं, इसीलिए इन पर करीबी नजर रखना आवश्यक है। हमें आगे की घटनाओं पर नजर बनाए रखने की आवश्यकता है।