उत्तर प्रदेश में जनवरी से मार्च 2025 के बीच आयोजित होने वाले RO/ARO, पटवारी और TET के एकल दिवसीय परीक्षाओं के लिए 1 मार्च 2025 के ताजातरीन समाचारों पर आधारित विस्तृत जानकारी प्रस्तुत है। आज हम इन महत्वपूर्ण घटक घटनाओं के बारे में बात करेंगे जो न केवल राज्य बल्कि देश के लिए भी महत्वपूर्ण हैं।
1 मार्च 2025 को, उत्तर प्रदेश सरकार ने सरकारी खरीद के अंतर्गत गेहूं की खरीद प्रक्रिया की शुरुआत की है। यह कदम किसानों को उचित मूल्य दिलाने और कृषि क्षेत्र को समर्थन प्रदान करने के लिए उठाया गया है। इस पहल से किसानों को अपनी उपज बेचने में आसानी होगी और उन्हें बेहतर आय की उम्मीद भी होगी।
इसके अतिरिक्त, गोंडा में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर एक अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। इस कांफ्रेंस में विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई और वैज्ञानिक समुदाय को एक साथ लाने का प्रयास किया गया। इस तरह की गतिविधियाँ न केवल विज्ञान को बढ़ावा देती हैं, बल्कि युवा वैज्ञानिकों के लिए प्रेरणा का काम भी करती हैं।
कानपुर शहर में ‘दीदी प्रेरणा कैंटीन’ का उद्घाटन किया गया, जिसका उद्देश्य स्थानीय निवासियों को सस्ती और पोषणयुक्त भोजन उपलब्ध कराना है। यह पहल विशेषकर निम्न आय वर्ग के लोगों के लिए एक राहत का स्रोत बनेगी, जिससे वे स्वस्थ जीवन जी सकें।
ग्रामीण महिलाओं के विकास और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए एक कार्यशाला भी आयोजित की गई। इस कार्यशाला में महिलाओं को विभिन्न कौशल सिखाए गए और उन्हें स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया गया। यह कदम महिलाओं की स्थिति को बेहतर बनाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा।
नई दिल्ली में ‘जहान-ए-खुसरो 2025’ कार्यक्रम का आयोजन भी हुआ, जहाँ कला और संस्कृति के विविध पहलुओं पर चर्चा की गई। यह कला प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, जहाँ वे विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
इसी दिन उत्तराखंड के चमोली जिले में एक ग्लेशियर टूटने के कारण एवलांच आई, जिससे क्षेत्र में बर्फ और मलबे की चादर बिछ गई। राहत और बचाव कार्य जारी है। यह घटना प्राकृतिक आपदाओं के प्रति हमारी तैयारियों को पुनः सोचने की आवश्यकता को दर्शाती है।
इसके साथ ही, तुहिन कांत पांडेय को SEBI का नया प्रमुख नियुक्त किया गया है, जो भारतीय प्रतिभूति बाजार के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इसके अलावा, नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय रेडियो जीवविज्ञान सम्मेलन का आयोजन किया गया है, जिससे इस क्षेत्र में अध्ययनों और अनुसंधान को और गति मिलेगी।
अंत में, यूरोपियन कमीशन के अध्यक्ष का भारत दौरा भी महत्वपूर्ण रहा, जो आपसी बातचीत और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के लिए एक प्लेटफार्म प्रदान करता है।
ये सभी घटनाएँ न केवल राज्य की प्रगति को दर्शाती हैं बल्कि देश की सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक प्रगति के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। उत्तर प्रदेश में चल रही ये गतिविधियाँ आने वाले समय में छात्रों और नागरिकों के लिए सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक सिद्ध होंगी।