राज्य नीति आयोग द्वारा सतत विकास लक्ष्य उन्मुखीकरण प्रशिक्षण सह कार्यशाला आयोजित

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राज्य नीति आयोग द्वारा सतत विकास लक्ष्य उन्मुखीकरण प्रशिक्षण सह कार्यशाला आयोजित

जगदलपुर, 7 मार्च (हि.स.)। शासकीय गुंडाधुर कृषि महाविद्यालय कुम्हरावण्ड के आडिटोरियम में शुक्रवार काे राज्य नीति आयोग के द्वारा सतत विकास लक्ष्य उन्मुखीकरण संभागस्तरीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला आयोजित किया गया। कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए राज्य नीति आयोग के सदस्य सचिव नीतू गौरडिया ने स्वागत उदबोधन में सतत विकास लक्ष्य उन्मुखीकरण प्रशिक्षण के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी। उन्हाेंने बताया कि सतत विकास लक्ष्यों को फ्रेमवर्क के आधार पर साझा प्रयासों से ही प्राप्त किया जा सकता है। इसे हासिल करने के लिए संसाधनों का अधिक प्रभावी और समुचित उपयोग से लक्ष्यों की प्राप्ति में सहायता मिलती है। वहीं लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु निर्धारित इंडीकेटर्स की नियमित मॉनिटरिंग करने पर ध्यान केंद्रीत करना होगा। उन्होंने लक्ष्यों को हासिल करने हेतु संस्थागत व्यवस्था की भी विस्तृत जानकारी देते हुए जिलास्तर पर क्रियान्वयन एवं मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने पर बल दिया।

प्रशिक्षण सह कार्यशाला में राज्य नीति आयोग के तकनीकी विशेषज्ञों ने पॉवर पाइंट प्रस्तुति के जरिए स्टेट इंडिकेटर फ्रेमवर्क, एसआईएफ बेसलाइन एवं प्रोग्रेस रिपोर्ट, डिस्ट्रिक्ट इंडीकेटर फ्रेमवर्क के बारे में विस्तारपूर्वक अवगत कराया और डिस्ट्रिक्ट इंडीकेटर फ्रेमवर्क के आधार पर जिला स्तरीय कार्यान्वयन और निगरानी समिति के माध्यम से जिला एवं ब्लॉक स्तर पर सतत विकास लक्ष्य के प्रचार-प्रसार सहित स्थानीयकरण के लिए कार्य, जिले में सतत विकास लक्ष्य के प्रभावी कार्यान्वयन हेतु कार्य, राज्य को डिस्ट्रिक्ट इंडीकेटर फ्रेमवर्क संकेतकों के लिए डेटा प्रदान किए जाने कहा गया। साथ ही कार्यान्वयन हेतु जिम्मेदारी निर्धारित कर टीम में कार्य वितरण सहित सहयोगात्मक वातावरण में नवाचार और सृजनशीलता को बढ़ावा देने पर बल दिया गया।

कमिश्नर बस्तर संभाग डोमन सिंह ने कहा कि सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए टीम भावना के साथ मिलकर काम करना जरूरी है, जिससे निर्धारित सूचकांक पर बेहतर प्रदर्शन किया जा सके। समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास सहित पर्यावरणीय आयाम स्थापित करने की दिशा में संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा वर्ष 2015 में अपनाए गए 17 सतत विकास लक्ष्यों का उद्देश्य गरीबी उन्मूलन, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, लैंगिक समानता, स्वच्छ जल और स्वच्छता, जलवायु परिवर्तन और उसके प्रभावों से निपटने के लिए ठोस कदम तथा समावेशी आर्थिक विकास जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान केंद्रित करना है। जिला स्तर पर बेहतर रणनीति के साथ इन सेक्टरों में अच्छा कार्य और मॉनिटरिंग से ही आशातीत परिणाम हासिल किया जा सकता है। साथ ही धरातल पर बेहतर कार्य करने के लिए मैदानी अमले को निरन्तर मार्गदर्शन प्रदान कर उन्हें प्रोत्साहित करना आवश्यक है।

कार्यशाला में राज्य नीति आयोग की टीम ने सतत विकास लक्ष्यों से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर प्रस्तुति दी। साथ ही सतत विकास लक्ष्यों के तहत राज्य में हो रहे प्रयासों पर विस्तार से जानकारी दी। वहीं बताया गया कि डैशबोर्ड के माध्यम से डेटा प्रविष्टि, विश्लेषण और निर्णय-निर्माण को डिजिटल रूप से सशक्त बनाया गया है, जिससे नीति-निर्माण अधिक प्रभावी और पारदर्शी हो सकेगी। इस दौरान प्रशिक्षण में उपस्थित अधिकारियों के शंकाओं का भी समाधान किया गया। प्रशिक्षण सह कार्यशाला में बस्तर संभाग के सभी जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों, विभागीय प्रतिनिधियों और अन्य हितधारकों ने भाग लिया।

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