आम आदमी पार्टी (आप) के नेता और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लुधियाना में मंगलवार को आयोजित एक भव्य रैली में भाग लिया और पंजाब में नशे की समस्या को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने स्थानीय निवासियों से अपील की कि वे नशे से संबंधित गतिविधियों की सूचना देने के लिए हेल्पलाइन नंबर 9779100200 का उपयोग करें। यह नंबर लोगों की पहचान को सुरक्षित रखेगा, जिससे वे बिना किसी डर के अपनी शिकायतें दर्ज करवा सकेंगे। इसके साथ ही, केजरीवाल ने राज्यव्यापी नशा जनगणना की घोषणा की, जिससे प्रभावित परिवारों की पहचान की जा सकेगी और उन्हें उचित उपचार प्रदान किया जा सकेगा।
केजरीवाल ने इस दौरान एक जन आंदोलन का ऐलान किया, जो 1 अप्रैल से शुरू होगा और इसका मुख्य उद्देश्य राज्य में नशीली दवाओं के खिलाफ जन जागरूकता फैलाना है। उन्होंने कहा, “जब पंजाब के 3 करोड़ लोग एकजुट होकर उठ खड़े होंगे, तो इन नशे के तस्करों के लिए कहीं छिपने की जगह नहीं होगी।” यह आम लोगों की एकजुटता की शक्ति पर जोर देने का उनका प्रयास रहा है, जिसमें वे जन-भागीदारी के माध्यम से इस समस्या का समाधान करना चाहते हैं।
आप नेताओं को भी इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करते हुए, केजरीवाल ने सभी कार्यकर्ताओं, विधायकों और मंत्रियों, साथ ही मुख्यमंत्री भगवंत मान से आग्रह किया कि वे गांवों का दौरा करें और नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने में मदद करें। उन्होंने यह भी कहा कि नशे की समस्या बांग्लादेश की नहीं, बल्कि पंजाब के आस-पास के क्षेत्रों में एक गंभीर चुनौती है।
इस संदर्भ में, केजरीवाल ने यह भी उल्लेख किया कि सभी को पता है कि किस राजनीतिक दल के मंत्रियों ने नशे को हर घर में पहुंचाया है। उन्होंने यह आरोप लगाया कि एक पूरा व्यक्ति विशेष नशे के अवैध कारोबार में शामिल रहा है और उसकी नीति ने एक पीढ़ी को तबाह कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा गुटका साहिब की सच्चाई की शपथ लेकर चार सप्ताह में नशा समाप्त करने का वादा करने का संदर्भ देते हुए केजरीवाल ने कहा कि वह पूर्व मुख्यमंत्री 5 साल तक अपने घर से बाहर नहीं निकले, जिससे उनकी वादों में गंभीरता की कमी स्पष्ट होती है।
कुल मिलाकर, केजरीवाल का यह प्रयास न केवल नशे की समस्या से निपटने का है, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन की नींव रखने का भी है। उन्होंने पंजाब के लोगों से मिलकर इस चुनौती का सामना करने और नशे के खतरे को खत्म करने की अपील की है, ताकि एक स्वस्थ और उज्जवल भविष्य की ओर कदम बढ़ाया जा सके।