नाहन  की 1949  में स्थापित बिरोजा फैक्ट्री का किया जायेगा आधुनिकीकरण 

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नाहन  की 1949  में स्थापित बिरोजा फैक्ट्री का किया जायेगा आधुनिकीकरण 

नाहन, 07 मार्च (हि.स.)। सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में वर्ष 1949 में स्थापित बिरोजा एवं तारपीन कारखाना अपनी विशुद्ध उत्पादों तारपीन का तेल व फिनाइल के लिए जाना जाता है। यहां का तारपीन का तेल देश में एक अलग पहचान रखता है और कई राज्यों में इसके विक्रय भी किया जाता है। इसी तरह से यहां का बना फिनाइल जहां प्रदेश के पशु पालन विभाग में प्रयोग होता है वहीं कई पड़ोसी राज्यों को भी बेचा जाता है। पिछले कई वर्षों से यह प्राचीन कारखाना लगातार कमाऊ पूत बनकर उभरा है। यह कारखाना वन निगम के अधीन है और यहां पर मशीने भी पुरानी हो चली हैं। ऐसे में वन निगम अब इसका आधुनिकीरकण करने जा रहा है ताकि यहां से अधिक उत्पादन हो सके और साथ ही विश्व स्तरीय गुणवत्तापूर्ण उत्पाद भी बनाये जा सकें। इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश वन निगम के वाइस चेयरमेन केहर सिंह खाची ने बिरोजा के इस कारखाने का दौरा किया और बतायाकि जल्द ही इसका प्राचीन सरकारी उपक्रम का आधुनिकीकरण प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

खाची ने बताया कि जब से कांग्रेस की सरकार प्रदेश में बनी है लगभग सभी सरकारी क्षेत्र के उपकरण लाभ में चल रहे हैं और साथ ही प्राचीन कारखाने में आधुनिक मशीनों को स्थापित किया जायेगा ताकि उच्च गुणवत्ता के उत्पाद बनाये जा सकें व प्रोडक्शन भी बढ़ाया जा सके।

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