आबकारी को 86% बंदोबस्त में ही साढ़े बारह करोड़ की आय, गत वर्ष की तुलना में 18% अधिक
चित्तौड़गढ़, 9 मार्च (हि.स.)।। राजस्थान आबकारी नीति वर्ष 2025-29 के तहत आबकारी विभाग की ओर से मदिरा दुकानों के बंदोबस्त की प्रक्रिया जारी है। इस प्रक्रिया में अब तक चित्तौड़गढ़ जिले की 86 फीसदी दुकानों का बंदोबस्त (रिन्यूअल) हुआ है। इससे विभाग को साढ़े बारह करोड़ की आय हुई है। यह आय गत बंदोबस्त के मुकाबले 18% अधिक हैं। वहीं शेष रही दुकानों के लिए 11 मार्च को ई नीलामी होगी। ऐसे में जिले में हुवे आबकारी के बंदोबस्त में विभाग को अच्छी आय हुई है। बंदोबस्त पूरा होने के बाद 30% से अधिक आय बढ़ने की संभावना है।
जानकारी के अनुसार आबकारी विभाग ने कुछ दिनों पूर्व चार वर्ष 2025 से 2029 तक के लिए आबकारी नीति की घोषणा की थी। इसी के तहत चित्तौड़गढ़ जिले में भी आबकारी की दुकानों का बंदोबस्त किया गया। पहले 12 फरवरी तक का समय था, जिसमें आबकारी ठेकेदारों को रिन्यूअल का समय था। जिला आबकारी अधिकारी गजेंद्रसिंह राजपुरोहित ने बताया कि चित्तौड़गढ़ जिले में आबकारी समूह की कुल 226 दुकानें है तथा कुल 98 कलस्टर बने हुवे हैं। इनमें से अब तक 81 कलस्टर की 194 दुकानों का बंदोबस्त सफलता से हुआ है, जो कि कुल का 86% है। वहीं शेष रही दुकानों की मंगलवार 11 मार्च को ई नीलामी होगी। इसके लिए विभाग की और से आवश्यक तैयारियां की गई है।
17 कलस्टर की शेष रही 32 दुकानें
जिला आबकारी अधिकारी गजेंद्रसिंह राजपुरोहित ने बताया कि 17 कलस्टर की 32 दुकानों का बंदोबस्त शेष रहा है। इनकी ई नीलामी की जानी है। इसमें चित्तौड़गढ़ जिले के बेगूं वृत की 6 कपासन व डूंगला वृत की चार-चार, निंबाहेड़ा वृत की आठ तथा सर्वाधिक चित्तौड़गढ़ वृत की 10 दुकानों का बंदोबस्त शेष है।
यूं हुई राजस्व आय
जिला आबकारी अधिकारी राजपुरोहित ने बताया कि आबकारी विभाग को 5 करोड़ की राशि वार्षिक लाइसेंस के रूप में आय हुई है। इसी प्रकार एक करोड़ नवीनीकरण शुल्क, चार करोड़ धरोहर राशि के रूप में तथा ढाई करोड़ अग्रिम विशेषाधिकार राशि की आय हुई है।
विरोध के बाद भी बढ़ी आय
सूत्रों की माने तो आबकारी के ठेकदार आबकारी नीति का विरोध भी कर रहे थे। वहीं जो आंकड़े सामने आए हैं उसके अनुसार अब तक विभाग को करीब साढ़े बारह करोड़ की आय हो चुकी है। वहीं गत वर्ष माह फरवरी 2023-24 राजस्व आय 220 करोड़ था जो फरवरी 2024-25 में बढ़ कर 265.54 करोड़ पहुंच गया है।
चित्तौड़गढ़ जिला आबकारी अधिकारी गजेंद्रसिंह राजपुरोहित के अनुसार अब तक जो बंदोबस्त हुआ है उसमें सबसे महंगी दुकान रावतभाटा क्षेत्र में स्थित बाडोलिया की दुकान गई है, जो कि 5 करोड़ के राजस्व की आय देती है। वहीं सबसे कम चित्तौड़गढ़ वृत्त में स्थित अभयपुर की दुकान गई है। आबकारी नीति के तहत चित्तौड़गढ़ जिले में 86 प्रतिशत दुकानों का बंदोबस्त हो चुका है। वहीं शेष दुकानों का बंदोबस्त आगामी दिनों में ई नीलामी से होगा। गत बंदोबस्त के मुकाबले विभाग की आय में बढ़ोतरी हुई है।
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