राजस्थान में हाल ही में हो रही गर्मी से परेशान लोगों को अब थोड़ी राहत मिलने लगी है। गुरुवार से उत्तरी हवा के चलते राज्य के कुछ शहरों में तापमान में थोड़ी कमी आई है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 2-3 दिनों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट अपेक्षित है, जिसके कारण राज्य का तापमान सामान्य रहने की संभावना है। हालांकि, अप्रैल के पहले हफ्ते में हवा की दिशा बदलने से राज्य में फिर से गर्मी बढ़ने की आशंका है। बताते चलें कि 3 से 4 अप्रैल के आसपास पश्चिमी दिशा से हवाएं चलने लगेंगी, जिससे हीटवेव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
पिछले 24 घंटे में राज्य के सभी शहरों में मौसम साफ रहा और तेज धूप का सामना करना पड़ा। उस दौरान हल्की हवाओं ने अधिकतम तापमान में कमी लाने में मदद की। जैसे कि जैसलमेर, बाड़मेर, जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, चूरू, फतेहपुर, सिरोही, माउंट आबू और पाली में तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। धौलपुर और कोटा में सबसे अधिक तापमान क्रमश: 40.6 और 40.2 डिग्री सेल्सियस पाया गया। शाम होते-होते कुछ जगहों पर तेज हवाएं चलीं, जिससे मौसम कुछ सुहावना हो गया।
अजमेर, जयपुर, बीकानेर और जोधपुर के जिलों में देर रात सुहावनी हवाओं का आभास हुआ। पश्चिमी Rajasthan के तापमान में कमी के चलते अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे चला गया। इसमें बाड़मेर में 35.4, जोधपुर में 35.3, जैसलमेर में 33.1 और गंगानगर में 35.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके विपरीत, जयपुर में तापमान 36.2 डिग्री सेल्सियस रहा।
पूर्वी जिलों में, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, पिलानी, चूरू और गंगानगर में दिन का तापमान औसत से अधिक रहा, जबकि पश्चिमी Rajasthan के जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर और जालोर जैसे शहरों में औसत से कम तापमान रिकॉर्ड किया गया। आगे क्या होने वाला है? विशेषज्ञों का मानना है कि अब उत्तर भारत से ठंडी हवा का असर राजस्थान के अलावा दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और हरियाणा के कई भागों में दिन के तापमान को कम करने में भूमिका निभाएगा।
1 अप्रैल तक उत्तर की इन हवाओं का प्रभाव राजस्थान पर बना रहेगा, लेकिन 2-3 अप्रैल से यह उत्तरी हवा कमजोर पड़ने लगेगी और पश्चिमी हवाओं का प्रभाव बढ़ेगा। इससे तापमान में वृद्धि होगी और कई शहरों में फिर से गर्मी तेज होगी। ऐसे में राज्य के निवासियों को फिर से गर्मी की जूझना पड़ सकता है। मौसम के इस उतार-चढ़ाव से प्रभावित लोगों को मौसम विवरण पर ध्यान देने की सलाह दी गई है।