उत्तर प्रदेश विधानसभा में बजट सत्र का पांचवां दिन जबरदस्त हंगामे और राजनीतिक बयानबाजी से भरा रहा। विधानसभा में जैसे ही चर्चा शुरू हुई, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जोरदार तंज कसा। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में जो भी चीजें तलाशने आए थे, उन्हें वही मिला जो उनकी मानसिकता थी। उन्होंने यह भी कहा कि “गिद्धों को केवल लाश मिली जबकि सूअरों को गंदगी”। इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव की भी चुटकी लेते हुए कहा कि वह खन्ना जी के साथ 500 मीटर की दौड़ लगाएं।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के “लड़कों से गलती हो जाती है” वाले बयान पर समाजवादी पार्टी में काफी गहमागहमी रही। विपक्ष ने इस पर तीखा विरोध जताया और सदन में हंगामा खड़ा कर दिया। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने अपने बयान में खुद को पूर्ण सनातनी बताते हुए सरकार पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार की नीतियों से समाज का हर वर्ग प्रभावित हो रहा है।
इस हंगामे के बीच सदन में कई बार कार्यवाही रोकनी पड़ी। सदस्यों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप किए और कड़े शब्दों में एक-दूसरे की नीतियों की आलोचना की। मुख्यमंत्री योगी ने अपने भाषण में स्पष्ट रूप से कहा कि विपक्ष की राजनीति केवल नकारात्मकता पर ही आधारित है, जिस कारण विकास तीव्र गति से नहीं हो रहा है।
विपक्ष को जवाब देते हुए योगी ने कहा कि उनकी सरकार विकास के ऐसे कार्य कर रही है जो उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ाने में सहायक हैं। उन्होंने विधानसभा में मौजूद सदस्यों को याद दिलाया कि कैसे पिछले वर्षों में उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति दुष्कर थी, जबकि उनकी सरकार ने इसे निर्णयात्मक रूप से सुधारने का प्रयास किया है।
इस प्रकार, यह बजट सत्र का दिन न केवल विवादों से भरा रहा, बल्कि विपक्ष और सरकार के बीच की राजनीतिक नोकझोंक को भी सार्वजनिक रूप से उजागर करता है। सदन में चल रही इस कड़ी टकराव को देखते हुए राजनीतिक विश्लेषक इसे आगामी चुनावों के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण मान रहे हैं। मीडिया ने इस पूरे घटनाक्रम को कैद कर लिया है, और इस पर विस्तृत रिपोर्टिंग प्रस्तुत कर रही है। जनमानस को जानने के लिए वीडियो की लिंक पर जाने का आग्रह किया गया है।