हिमाचल प्रदेश में शीतलहर के संकेतों का प्रभाव अब मैदानी क्षेत्रों में भी दिखाई दे रहा है। पहाड़ों से आने वाली हवाओं ने पंजाब में ठंड को और बढ़ा दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के मौसम में कुछ बदलाव देखने को मिल रहे हैं। बताई गई जानकारी के अनुसार, अब न्यूनतम तापमान में हल्की गिरावट देखने को मिलेगी। इसके अलावा, आज से एक नया पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हो रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि धूप निकलने के बाद से बेशक तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन नए विक्षोभ का प्रभाव यहां पर सीमित रहने की संभावना है।
आगामी सप्ताह का मौसम सामान्यतः शुष्क रहने का अनुमान है। मौसम विभाग द्वारा जारी आकड़ों के अनुसार, साल की शुरुआत से लेकर अब तक पंजाब में बारिश का स्तर बहुत कम रहा है। 1 जनवरी 2025 से अब तक पंजाब में औसत बारिश 24.7 मिमी होनी चाहिए थी, लेकिन इस अवधि में मात्र 8.8 मिमी बारिश हुई है। यह स्थिति यह दर्शाती है कि इस साल का पहला हफ्ता सामान्य से काफी सूखा रहा है।
दिसंबर महीने में, पंजाब में बारिश सामान्य से 126 प्रतिशत अधिक थी। पिछले साल, इसी महीने में सामान्य बारिश 10.9 मिमी की अपेक्षा थी, लेकिन वास्तविक में 24.7 मिमी बारिश हुई। ऐसे में मौसम की यह अनियमितता किसानों और अन्य क्षेत्रों पर प्रभाव डाल सकती है। मौसम के इस उतार-चढ़ाव के चलते राज्य के विभिन्न शहरों में भी मौसम के अलग-अलग मिजाज देखने को मिल रहे हैं।
पंजाब के विभिन्न शहरों की मौसम स्थिति की बात करें तो अमृतसर में हल्के बादल छाने का अनुमान है, और तापमान 5.9 से 20 डिग्री के बीच रहने की आशंका है। जालंधर में भी हल्के बादल छाये रहने की संभावना है, यहां तापमान 4 से 20 डिग्री रह सकता है। लुधियाना में भी हल्के बादल होने की सूचना है, जहां तापमान 8 से 23 डिग्री तक जा सकता है। पटियाला और मोहाली में भी मौसम लगभग ऐसा ही रहेेगा, जबकि पटियाला में तापमान 8 से 25 डिग्री और मोहाली में 10 से 23 डिग्री के बीच रह सकता है।
इस प्रकार, हिमाचल प्रदेश में शीतलहर के प्रभाव के चलते पंजाब समेत अन्य मैदानी इलाकों में सर्दी बढ़ रही है और मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्ट से आम जनता को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। आगामी दिनों में मौसम का ये उतार-चढ़ाव किसानों के लिये चिंता का विषय बन सकता है।