महाकुंभ 2023 का समापन समारोह आज आयोजित किया जाएगा, जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव, दोनों उपमुख्यमंत्रियों ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य, तथा वित्त मंत्री सुरेश खन्ना शामिल होंगे। इस विशेष अवसरे पर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोपहर के समय गंगा तट पर स्थित पंडाल में पुलिसकर्मियों, सफाईकर्मियों और नाविकों का सम्मान करेंगे। यह आयोजन महाकुंभ के समापन की धूमधाम के साथ एक सुखद अंत की ओर बढ़ रहा है।
महाकुंभ 2023 के दौरान, बुधवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर अंतिम स्नान हुआ, जिसमें 1.53 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था के साथ डुबकी लगाई। इस महाकुंभ के पूरे आयोजन में एक अभूतपूर्व रिकॉर्ड बनाते हुए 66 करोड़ भक्तों ने गंगा स्नान किया। इस संख्या की तुलना अमेरिका की कुल जनसंख्या लगभग 34 करोड़ से की जाए तो यह दोगुना है। यह आंकड़ा तो इतना अभूतपूर्व है कि संगम में स्नान करने वालों की कुल संख्या 193 देशों की जनसंख्या से भी अधिक है। केवल भारत और चीन की जनसंख्या इससे ज्यादा है, जो इस महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं की संख्या को दर्शाता है।
योगी सरकार ने इस महाकुंभ के आयोजन को व्यापक स्तर पर सफल मानते हुए दावा किया है कि इस बार महाकुंभ में हिंदुओं की आधी आबादी के बराबर लोग उपस्थित हुए। यह संख्या भारत ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर धार्मिक विश्वास और एकता का एक जीवंत उदाहरण है। महाकुंभ का यह आयोजन सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि विश्व की सबसे बड़ी धार्मिक महासभा भी है, जिसमें विभिन्न भाषाएं, संस्कृतियां और मान्यताएं एकत्रित होकर एक स्वरूप में सामने आई हैं।
आस्था और श्रद्धा का यह महासमागम न केवल भारतीय संस्कृति की धरोहर है, बल्कि यह पूरे विश्व में भारतीय धर्म का एक महत्वपूर्ण प्रतीक भी माना जाता है। इस धार्मिक मेले का आयोजन भारतीय संस्कृति की गहराई और विविधता को प्रदर्शित करता है। महाकुंभ का सफल आयोजन सरकार की ओर से की गई योजनाओं और व्यवस्थाओं का भी प्रतीक है, जिसने इस आयोजन को सुरक्षित और सफल बनाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
अंत में, महाकुंभ का समापन समारोह एक विशेष अवसर है, जो सभी भक्तों और श्रद्धालुओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। यह हमें धार्मिक एकता, सामाजिक समरसता और भारतीय संस्कृति की महानता की ओर प्रेरित करता है। इस आयोजन ने लोगों को एकजुट किया है और सभी को धर्म और आस्था के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी है।