हरिनौ हत्याकांड: आज सुनवाई, एसआईटी ने मांगी हिरासत बढ़ाने की मांग, आरोपियों को नोटिस जारी!

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पंजाब के फरीदकोट जिले में हुई गुरप्रीत सिंह हरिनौ हत्या के मामले में विशेष जांच दल (SIT) ने अब स्थानीय कोर्ट में न्यायिक हिरासत को 90 दिन और बढ़ाने का आवेदन दिया है। यह हत्याकांड लगभग चार महीने पहले का है और आज इस केस की अगली सुनवाई होने वाली है। जेल सुपरिंटेंडेंट के माध्यम से सभी आरोपियों को इस संबंध में नोटिस भेज दिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि यह मामला वारिस पंजाब दे के मुखिया अमृतपाल सिंह और विदेश में स्थित आतंकी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला समेत अन्य के खिलाफ चल रहा है।

SIT ने कोर्ट में पेश किए गए अपने आवेदन में बताया कि इस हत्याकांड के आठ आरोपियों की न्यायिक हिरासत फरवरी के दूसरे सप्ताह में समाप्त हो रही है। यदि चार्जशीट निर्धारित समय के भीतर दाखिल नहीं की जाती, तो आरोपी डिफॉल्ट जमानत के पात्र हो सकते हैं। इसीलिए पुलिस को जांच को गहराई से कर पाने के लिए और अधिक समय की आवश्यकता है।

गुरप्रीत सिंह हरिनौ की हत्या 9 अक्टूबर 2022 को हुई थी, जब बाइक सवार शूटरों ने उन्हें गोलियों से भून दिया। हरिनौ, जो कि पंथक संगठनों से जुड़े थे, वारिस पंजाब दे संगठन के पूर्व वित्त सचिव रहे हैं। अदाकार दीप सिद्धू की मृत्यु के बाद इस संगठन की बागडोर अमृतपाल सिंह ने संभाल ली थी, जिसके चलते गुरप्रीत सिंह ने संगठन से किनारा कर लिया था।

जांच के दौरान सामने आया है कि हत्याकांड में अमृतपाल सिंह की संलिप्तता के साथ-साथ अर्श डल्ला का भी नाम शामिल है। पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपियों को नामजद किया है, जिसके चलते स्थिति और गंभीर हो गई है। बीते 25 दिन पहले, पुलिस ने इस मामले में यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधियों रोकथाम अधिनियम) की धाराएं भी जोड़ी थीं।

इस हत्याकांड के संबंध में SIT ने फरीदकोट की कोर्ट को यूएपीए की बढ़ोतरी की सूचना लिखित रूप में दी थी, जिसका उद्देश्य मामले की गंभीरता को समझना और आरोपियों के खिलाफ ठोस सबूत इकट्ठा करना है। अमृतपाल सिंह और अर्श डल्ला की भूमिका ने इस मामले को और जटिल बना दिया है, और स्थानीय प्रशासन की कोशिश है कि मामले की पूरी सच्चाई सामने लाई जाए। अदालत में चल रही सुनवाई इस मामले को नए मोड़ पर लाने की संभावना रखती है, इसलिए सभी की नजरें आज की सुनवाई पर टिकी हैं।