पंजाब के अमृतसर जिले में स्थित रामूवाल गांव में पतंगबाजी के कारण दो पक्षों के बीच एक गंभीर झगड़ा हो गया। यह विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों तरफ से पथराव और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं, जिससे कई घरों और संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा। पुलिस ने मामले की जानकारी मिलते ही त्वरित रूप से मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। दोनों पक्षों ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि यह विवाद बच्चों के बीच हुए पतंग उड़ाने के दौरान शुरू हुआ।
पहले पक्ष ने आरोप लगाया कि पड़ोसियों ने उनके बच्चों को गालियां दीं, जब उनके पतंग कट गए और छीना-झपटी हुई। बच्चों ने इस पर जब विरोध किया, तो पड़ोसियों ने उनके घर पर पथराव किया और काफी सारा सामान तोड़ दिया। इस वारदात ने पूरे इलाके में तनाव पैदा कर दिया है। दूसरी तरफ, दूसरे पक्ष ने भी अपनी बात रखते हुए शिकायत की कि उनके घर के बच्चों ने पहले उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उनकी मोटरसाइकिल तथा अन्य सामान को नुकसान पहुंचाया। उन्होंने यह भी बताया कि इस स्थिति में उन्होंने अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ा।
इस विवाद के बाद दोनों पक्षों ने पुलिस प्रशासन से न्याय की मांग की है। थाना खासा के अधिकारियों ने बताया कि शिकायत मिलने पर पुलिस सक्रियता से मौके पर पहुंची और घटना की विस्तृत जांच शुरू की। दोनों पक्षों को थाने में बुलाया गया है ताकि उनके बयान लिए जा सकें। पुलिस ने इस बात का आश्वासन दिया है कि सभी प्रमाण और बयान को ध्यान में रखकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने दोनों पक्षों को संयम बरतने की सलाह दी है, ताकि इस मामले का कोई और घातक परिणाम न हो। ऐसा लगता है कि यह विवाद बच्चों के सरल खेल से शुरू होकर घरों के बीच की शांति को भंग कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि इस प्रकार के विवादों को सुलझाने के लिए सामुदायिक सहयोग और आपसी समझ जरूरी है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति से बचा जा सके।
इस घटना ने गांव के निवासियों के बीच चिंता पैदा कर दी है। लोग इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि कैसे एक साधारण सी पतंगबाजी ने इस स्तर तक स्थिति को बढ़ा दिया। ग्रामीणों का मानना है कि आपसी संवाद और सम्मान की कमी ने इस विवाद को जन्म दिया। पुलिस की जांच का परिणाम आने के बाद ही मामले की सच्चाई सबके सामने आएगी और तब देखा जाएगा कि आगे की कानूनी प्रक्रिया को कैसे आगे बढ़ाया जाएगा।