PSEB की 10वीं-12वीं की डेटशीट आउट, 27 जनवरी से एग्जाम, 7 लाख से ज्यादा छात्रों का इंतज़ार बढ़ा!

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पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (PSEB) ने हाल ही में कक्षा 10वीं और 12वीं के वोकेशनल एवं NSQF विषयों के प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए डेटशीट का ऐलान किया है। यह परीक्षाएं 27 जनवरी से शुरू होकर 4 फरवरी तक चलेगी। बोर्ड ने संबंधित जानकारी सभी स्कूलों को भेज दी है और स्कूल प्रिंसिपलों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने छात्रों को परीक्षा की तिथियों की जानकारी दें। इच्छुक छात्र बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट www.pseb.ac.in पर जाकर विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही, किसी भी प्रकार की शंका के लिए ईमेल के माध्यम से srsecconduct.pseb@punjab.gov.in पर भी संपर्क किया जा सकता है।

इस साल, लगभग 7 लाख छात्र पंजाब के विभिन्न हिस्सों से कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में भाग लेंगे। परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र विद्यालयों को प्रश्नपत्र बैंकों के माध्यम से भेजे जाएंगे, जिससे कॉलेजों और स्कूलों को किसी प्रकार की समस्या न हो। इसके अलावा, यह सुनिश्चित किया जाएगा कि परीक्षा के दौरान सुरक्षा कड़ी हो ताकि छात्र बिना किसी चिंता के अपनी परीक्षा दे सकें। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड अपने कार्यों को सीबीएसई और अंतरराष्ट्रीय बोर्ड के मानकों के अनुसार संचालित करता है, ताकि विद्यार्थियों को परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।

बोर्ड ने एक महत्वपूर्ण पहल की है कि अब छात्रों को सर्टिफिकेट की हार्ड कॉपी केवल उन्हीं छात्रों को प्रदान की जाती है, जो इसके लिए आवेदन करते हैं। अन्य छात्रों को अपनी सर्टिफिकेट डिजीलॉकर के माध्यम से प्राप्त करनी होती है। हार्ड कॉपी के लिए शुल्क निर्धारित किया गया है और यह भुगतान पहले करना आवश्यक है। यह बदलाव डिजिटल युग की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, जिससे छात्रों को समय और प्रयास की बचत होगी।

इसके अलावा, बोर्ड का यह भी लक्ष्य है कि परीक्षा परिणाम समय पर जारी किए जाएं, ताकि छात्र अपने भविष्य की योजनाओं को सही समय पर बना सकें। इससे छात्रों को उनकी आगे की पढ़ाई या करियर के विकल्प के लिए निर्णय लेने में मदद मिलेगी। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने इन कदमों के माध्यम से छात्रों के समग्र अनुभव को बेहतर बनाने की कोशिश की है और वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हर छात्र को अवसर मिले, बिना किसी बाधा के।

इस तरह की सूचनाएँ और व्यवस्थाएँ न केवल परीक्षा के प्रक्रिया को सुचारु बनाती हैं, बल्कि छात्रों और विद्यालयों के बीच भी एक सशक्त संवाद स्थापित करने में सहायक होती हैं। अब यह देखना रहेगा कि ये नीतियाँ छात्रों के अनुभव को किस प्रकार प्रभावित करती हैं और क्या वे समय पर अपने परीक्षा परिणाम प्राप्त कर पाते हैं।