पंजाब में चाइना डोर की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध होने के बावजूद कुछ लोग अब भी इस अवैध कारोबार में संलिप्त हैं। हाल ही में जगराओं में एक व्यक्ति को पुलिस ने चाइना डोर के साथ पकड़ा, किंतु उसे थाने में ही जमानत पर छोड़ दिया गया। थाना सिटी के सब-इंस्पेक्टर हरप्रीत सिंह ने बताया कि जब पुलिस गश्त पर थी, तब अलीगढ़ मोड़ के निकट श्मशानघाट के पास एक संदिग्ध व्यक्ति प्लास्टिक की बोरी लेकर खड़ा था। पुलिस को देखकर वह तुरंत श्मशानघाट के अंदर भाग गया, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया। उसकी बोरी की तलाशी लेने पर 7 चलाखड़ियां चाइना डोर की बरामद हुईं। आरोपी की पहचान गणेश उर्फ काला के रूप में हुई, जो कि शास्त्री नगर जगराओं का निवासी है।
पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा चाइना डोर पर लगाया गया प्रतिबंध बेहद सख्त है। वर्ष 1986 की धारा 5 के अंतर्गत इसकी बिक्री पर पूरी तरह रोक है, और यदि कोई नियमों का उल्लंघन करता है तो उसे भारी जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, इस आदेश के बावजूद कुछ दुकानदार बेखौफ होकर चाइना डोर की बिक्री कर रहे हैं। यह एक गंभीर समस्या है, जो न केवल कानून की अवहेलना है, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा के लिए भी खतरनाक है। चाइना डोर से संबंधित कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें लोगों की जान पर भी बन आई है।
हाल ही में एक युवक की नाक कट जाने की घटना ने सभी को चौंका दिया। उस युवक को इलाज के लिए अस्पताल ले जाना पड़ा, जहां उसे 5 टांके लगे। यह घटना इस बात का सबूत है कि चाइना डोर कितनी खतरनाक हो सकती है। दुर्भाग्य से, पुलिस का कार्यवाही करना महज एक औपचारिकता बनकर रह गया है। आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद उसे तुरंत जमानत पर छोड़ दिया जाना कानून व्यवस्था की धज्जियाँ उड़ाता है। इससे साफ है कि ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई की कमी हो रही है, जो समाज में कानून के प्रति अविश्वास का कारण बन रही है।
इस स्थिति में सुधार लाने के लिए आवश्यक है कि पंजाब सरकार और संबंधित प्रशासन की ओर से सख्त कदम उठाए जाएं। चाइना डोर के खिलाफ जन जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ विक्रेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है। स्थानीय निवासियों को भी इस खतरे के प्रति सतर्क रहना चाहिए और पुलिस को सूचना देने में सहयोग करना चाहिए। चाइना डोर की बिक्री का यह मुद्दा अब एक विषाणु के रूप में फैलता जा रहा है, जिस पर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है। इसके बिना, यह न सिर्फ युवा पीढ़ी के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक गंभीर खतरा बनता जाएगा।