गोल्डी बराड़ के इशारे पर फिरौती: मुठभेड़ में लॉरेंस के गुर्गे गिरफ्तार, एक घायल

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पंजाब के जालंधर में बुधवार सुबह CIA स्टाफ और लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गों के बीच एक मुठभेड़ हुई। यह मुठभेड़ वडाला चौक के पास हुई, जहां बदमाशों ने पुलिस पर गोलियां चलाईं। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए खतरनाक बदमाशों पर गोलियां चलाईं, जिसके परिणामस्वरूप एक बदमाश घायल हो गया। जबकि दूसरा बदमाश भागने लगा, लेकिन पुलिस की टीम ने उसकी पकड़ बना ली। पुलिस के मुताबिक, मुठभेड़ से पहले इनका एक साथी मौके से फरार हो गया। दोनों आरोपियों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रारंभिक जांच से पता लगा है कि ये बदमाश जालंधर में एक बड़ी वारदात की योजना बना रहे थे और ये गोल्डी बराड़ के संपर्क में थे।

पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि इन बदमाशों की गिरफ्तारी से नशीले पदार्थों की तस्करी, हथियारों की बिक्री और जबरन वसूली के रैकेट को एक बड़ा झटका लगा है। मुठभेड़ के दौरान की तस्वीरों में देखा गया कि दोनों बदमाश एक आई-20 कार में सवार थे। सूचना मिलने के बाद, CIA स्टाफ की टीम ने बदमाशों का पीछा करना शुरू किया, जो लगभग चार किलोमीटर तक चला। अंततः वडाला चौक के पास बदमाशों ने पुलिस टीम पर छिपकर फायरिंग की, जिसमें उन्होंने पांच राउंड गोलियां चलाईं। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की और एक बदमाश अचेत होकर गिर पड़ा। एक और बदमाश भागने में सफल रहा, लेकिन पुलिस की टीम ने उसे पकड़ लिया।

पुलिस के पास से चार अवैध हथियार बरामद हुए हैं। पूछताछ में पता चला कि मुठभेड़ में शामिल तीसरा बदमाश भाग निकला था। मुठभेड़ की जानकारी मिलते ही पुलिस के सीनियर अधिकारी मौके पर पहुंचे और आसपास के क्षेत्र को घेर लिया गया। पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने बताया कि टीम ने दो घंटों तक बदमाशों का पीछा किया और बताया कि इन पर हत्या, फिरौती सहित गंभीर आरोपों के तहत छह FIR दर्ज हैं। घायल आरोपी बलराज कपूरथला का निवासी है और पवन जालंधर के जंडियाला गांव का निवासी है।

अधिकारी ने कहा कि दोनों आरोपियों का गोल्डी बराड़ के साथ संपर्क था, जिसके कहने पर वे फिरौती के लिए कॉल करते थे। इसके अतिरिक्त, इनके द्वारा गोल्डी के निर्देश पर rival gang के गुर्गों को निशाना बनाने की भी योजना बनाई गई थी। ये बदमाश गोल्डी के आदेश पर पहले से ही पंजाब में कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं। एक आरोपी 10 महीने पहले और दूसरा 6 महीने पहले जेल से बाहर आया था। यह स्पष्ट है कि पुलिस अब इनकी गतिविधियों पर करीबी नजर रखेगी और इससे जुड़े अन्य मामलों की भी जांच की जाएगी।