गुंडागर्दी चरम पर: महिला एसएचओ पर हमला, गनमैन की वर्दी फाड़ी!

Share

जिला फाजिल्का के अंतर्गत आने वाले गांव ढंडी कदीम में एनडीपीएस (नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्स्टेंस) मामले में एक भगोड़े आरोपी को पकड़ने गई पुलिस की टीम पर नशा तस्करों ने अनियंत्रित हमला किया। इस हमले में 14 से 15 तस्करों ने मिलकर महिला एसएचओ के हाथ की हड्डी तोड़ डाली और उनके गनमैन की वर्दी फाड़ दी। इसके साथ ही, तस्करों ने पुलिसकर्मियों से मोबाइल फोन भी छीने। जांच अधिकारी बलकार सिंह ने बताया कि पुलिस की टीम 7 जनवरी को गांव प्रभात सिंह वाला उताड़ में गश्त कर रही थी, जहां उन्हें पाकिस्तान से ड्रोन द्वारा हेरोइन की खेप आने की सूचना मिली थी।

पुलिस ने इसके बाद रात के 12 बजे ट्रैप लगाने की योजना बनाई, लेकिन तस्करों को इस योजना की भनक लग गई। इसके परिणामस्वरूप न तो ड्रोन आया और न ही तस्करों द्वारा भेजी गई खेप। बाद में सूचना मिली कि भगोड़ा तस्कर अमनदीप सिंह उर्फ अमना, जो ढंडी कदीम का निवासी है, पड़ोसी करनैल सिंह के घर में छिपा हुआ है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए करनैल सिंह के घर पर छापा मारने का फैसला किया। पुलिस की टीम जैसे ही वहां पहुंची, तस्करों ने हमला कर दिया।

इस हमले में महिला एसएचओ अमरजीत सिंह को गंभीर चोटें आईं, जिससे उनके हाथ की हड्डी टूट गई और सिर व कंधों पर भी गंभीर चोटें आईं। हमलावरों ने ड्यूटी में विघ्न डालते हुए पुलिसकर्मियों के साथ धक्कामुक्की की और गनमैन केवल कृष्ण की वर्दी फाड़ दी। नशा तस्कर अमनदीप सिंह को हमलावरों ने मौके से भगा दिया। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए करनैल सिंह और बब्बल कौर को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य हमलावर फरार हो गए हैं।

पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और फरार आरोपी की तलाश जारी है। डीएसपी जतिंदर सिंह ने कहा कि पाकिस्तान से ड्रोन के माध्यम से हेरोइन की खेप मंगवाने के लिए सक्रिय नंबरों की पहचान की जा रही है। पुलिस टीम द्वारा वाट्सएप नंबरों के डंप की जानकारी एकत्र की जा रही है, और आगे की कार्रवाई उसी आधार पर की जाएगी। विधायक ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और कहा है कि तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

यह घटना स्पष्ट करती है कि पंजाब राज्य में नशा तस्करी की समस्या गंभीर होती जा रही है, और पुलिस को इस पर काबू पाने के लिए और अधिक सजग रहने की आवश्यकता है। तस्करों के हमले और उन पर काबू पाने का यह मामला इस बात का उदाहरण है कि हमारे कानून प्रवर्तन एजेंसियों को किस प्रकार के चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। पुलिस को इस संबंध में अपना काम और भी प्रभावी तरीके से करने की आवश्यकता है, ताकि ऐसे तत्वों पर सख्ती से कार्रवाई की जा सके।