राजस्थान के दंपती के गहने ट्रेन में चोरी, लोहड़ी की यात्रा में बड़ा झटका!

Share

जयपुर की ओर यात्रा कर रही ट्रेन में एक परिवार के इतने कीमती गहने चोरी होने की घटना ने सभी को चौंका दिया। यह घटना श्रीगंगानगर निवासी गगनदीप सेठी और उनके परिवार के साथ हुई, जब वे अपनी छोटी बहन नूरी चंदाना को उसकी पहली लोहड़ी देने जयपुर जा रहे थे। इस यात्रा के दौरान उनका गहनों से भरा एक पर्स चोरी हो गया। परिवार ट्रेन नंबर 22998 के एसी कोच में सवार था, जिसमें उनके साथ उनकी पत्नी पूजा, बहन पूनम आहूजा और बाद में उनकी दूसरी बहन अनु एवं भांजा विनायक भी शामिल हो गए थे।

गगनदीप सेठी ने बताया कि वह रात करीब 1 बजे तक अपने गहनों वाले पर्स की सुरक्षा करते रहे, लेकिन उसके बाद उन्हें नींद आ गई। सुबह लगभग 4 बजे जब उनकी आंख खुली, तब उन्होंने देखा कि पर्स गायब था। इस घटना के पश्चात उन्होंने कोच के चारों ओर तलाश की, जिसके बाद उन्हें केवल खाली पर्स केबिन नंबर 28 से मिला। गहनों की चोरी में लगभग 25 तोला सोना शामिल था, जिसमें अंगूठियां, कान के झुमके, गले का हार, गणेश लॉकेट, मोर कड़ा, चैन और जेंट्स ब्रेसलेट शामिल थे।

गगनदीप की मानें तो उन्होंने यह गहने अपने घर में सुरक्षित ना छोड़ पाने के कारण साथ ले जाने का निर्णय लिया था। मकराना के पास हुई इस दुखद घटना के बाद उन्होंने रेलवे पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद जयपुर की जीआरपी ने चोरों के खिलाफ बीएनएस की धारा 305 के तहत मामला दर्ज किया। इस चोरी का कुल नुकसान लगभग 25 लाख रुपये आंका गया है।

पीड़ित परिवार ने रेलवे के कर्मचारियों पर संदेह जताते हुए रेलवे से इस नुकसान की भरपाई की मांग की है। गगनदीप ने कहा कि यह घटना रेलवे के एसी कोच में हुई है, इसलिए इस पर रेलवे की जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने कहा कि अगर रेलवे ने उनका खोया सोना वापस नहीं किया तो वे अदालत का सहारा लेने के लिए मजबूर होंगे। वहीं, गगनदीप ने सांकेतिक रूप से पंजाब और राजस्थान के स्वर्णकारों से भी अपील की कि यदि उन्हें इस तरह के गहने बेचे जाते हैं, तो वे तुरंत स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी दें।

इस घटना ने न केवल पीड़ित परिवार को निराश किया है, बल्कि अन्य यात्रियों के लिए भी यह चिंता का विषय बन गया है कि ट्रेनों में यात्रा करते समय उनकी सुरक्षा और सामान की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। रेलवे प्रशासन को इस घटना के संदर्भ में अपनी सुरक्षा उपायों पर विचार करना चाहिए और यात्रियों की सुरक्षा के लिए कठोर कदम उठाने चाहिए, ताकि आगे से ऐसी घटनाएं न हों।