भाेपाल में वेटिंग शिक्षकाें का प्रदर्शन, 20 हज़ार पदवृद्धि की मांग को लेकर दंडवत पदयात्रा निकाली
भाेपाल, 23 दिसंबर (हि.स.)। भर्ती प्रक्रिया को लेकर सरकार की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। एमपीपीएससी इंदौर के बाहर चल रहा प्रदर्शन खत्म हाेने के एक दिन बाद ही साेमवार को वेटिंग शिक्षकों ने पदवृद्धि को लेकर मोर्चा खोल दिया है।
प्रदेशभर के वेटिंग शिक्षकाें का सुबह से भोपाल में पहुंचना शुरु हो गया हैं। उम्मीदवाराें की मांग है कि सरकार उच्च माध्यमिक यानी वर्ग 1 शिक्षक भर्ती 2023 में पदवृद्धि करें। यदि उम्मीदवारों को पदवृद्धि को लेकर कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिलता है तो शाम तक महिला उम्मीदवार भोपाल में मुंडन कराएंगी।
साेमवार काे सुबह से भाेपाल पहुंचने के बाद रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के बाहर वेटिंग शिक्षक प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन में अलग-अलग जिलों के वेटिंग शिक्षक शामिल हैं। अभ्यर्थी दंडवत मुद्रा में आगे बढ़ते हुए डीपीआई कार्यालय तक पहुंचेंगे। डीपीआई कार्यालय पहुंचकर अधिकारियों के सामने अपनी मांगें रखेंगे।
महिलाओं का कहना है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं तो वे मुंडन कराएंगी। शिक्षकों का कहना है कि अब तक मध्यप्रदेश में शिक्षक भर्ती के लिए केवल पात्रता परीक्षा आयोजित की जाती थी, लेकिन वर्ग 1 के रोस्टर में लगभग 45 प्रतिशत बैकलॉग हैं और नए (फ्रेश) पदों की संख्या कम होने के कारण, श्रेणीवार केवल 6 से 8 पद ही आवंटित हो पा रहे हैं। इस वजह से अच्छे अंक लाने के बावजूद कई अभ्यर्थियों का चयन नहीं हो पा रहा है।
शिक्षकों का कहना है कि कई वर्षों से तैयारी करने के बाद वे अब अपने जीवन के अंतिम पड़ाव तक पहुंच चुके हैं। यह उनका अंतिम अवसर है। वर्ष 2018 से लंबे समय के इंतजार के बाद 5 साल बाद परीक्षा आयोजित की गई थी, फिर भी पद इतने कम क्यों हैं, यह उनका प्रमुख सवाल है।
इनकी मांगें:
डी. पी. आई. द्वारा प्रतीक्षा सूची जारी की जाए।
द्वितीय काउंसलिंग में 20,000 पदों की वृद्धि कर वेटिंग को क्लियर किया जाए।
जनजातीय विभाग में लगभग 17,500 पद खाली हैं, अतः पद वृद्धि कर वेटिंग को क्लियर किया जाए।
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