**भास्कर न्यूज |** अमृतसर के केंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल ने हाल ही में कक्षा तिसरी से लेकर 12वीं तक के छात्रों द्वारा आयोजित वार्षिक समारोह “कृष्णलीला” का भव्य आयोजन किया। इस आयोजन में मुख्य अतिथि के तौर पर कुंवर प्रताप सिंह तथा गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में रणजोत सिंह ने शिरकत की। इस अवसर पर सभी छात्रों ने भगवान कृष्ण की विभिन्न लीलाओं को एक अद्भुत नाटकीय प्रस्तुति के माध्यम से दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम की शुरुआत एक विशेष वाद्य संगीत के साथ की गई, जिसमें दीप प्रज्वलन भी शामिल था। इस दौरान भगवान कृष्ण के जन्म, रास लीला, द्रोपदी चीर हरण, गीता सार, गायन और शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुतियों ने सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। नारी की गरिमा और धर्म की रक्षा करते हुए, द्रोपदी का चीर हरण जैसे दृश्यों ने लोगों के मन में गहरी छाप छोड़ी। इस नाट्य प्रस्तुति ने न केवल भगवान कृष्ण के जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों को उजागर किया, बल्कि छात्रों की प्रतिभा और कठिन परिश्रम का भी प्रदर्शन किया।
विद्यालय की निदेशक और प्रिंसिपल श्वेता अग्रवाल ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए अभिभावकों को विद्यालय की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि विद्यालय में शिक्षण और सांस्कृतिक गतिविधियों का स्तर लगातार ऊँचा किया जा रहा है। उन्होंने छात्रों और शिक्षकों की मेहनत को सराहा, जिन्होंने इस सांस्कृतिक समारोह को सफल और मनोरंजक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। श्वेता अग्रवाल ने कहा कि ऐसे आयोजनों से न केवल छात्रों की रचनात्मकता को निखारने का मौका मिलता है, बल्कि यह विद्यालय के सामंजस्य और एकता को भी दर्शाते हैं।
समारोह के अंत में विद्यालय के निदेशक विनीत अग्रवाल और वंश अग्रवाल ने सभी अभिभावकों का धन्यवाद किया, जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके अनुसार, इस तरह के कार्यक्रम से न केवल छात्र अपने भीतर की प्रतिभाओं को उजागर करते हैं, बल्कि विद्यालय के समग्र विकास में भी योगदान देते हैं। उन्होंने विद्यालय के स्टाफ और छात्रों की मेहनत को भी सराहा और ऐसे समारोहों के आयोजन को स्कूल के लिए बेहद महत्वपूर्ण बताया।
इस वार्षिक समारोह में उपस्थित सभी लोगों ने इस धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम की भूरी-भूरी प्रशंसा की, जिससे यह स्पष्ट होता है कि इस विद्यालय का लक्ष्य न केवल शैक्षणिक विकास है, बल्कि सांस्कृतिक समृद्धि भी है। विद्यालय ने यह आयोजन मज़ेदार रूप से किया, जिससे छात्रों को अपने कौशल को प्रदर्शित करने का एक सुनहरा अवसर मिला। यह समारोह ना केवल छात्रों के लिए एक यादगार अनुभव बना, बल्कि सभी उपस्थित दर्शकों के लिए भी एक सुखद अनुभूति का स्रोत रहा।