उत्तराखंड में विद्युत हानियों में आई कमी, ऊर्जा क्षेत्र में बदलाव की नई दिशा

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उत्तराखंड में विद्युत हानियों में आई कमी, ऊर्जा क्षेत्र में बदलाव की नई दिशा

देहरादून, 21 दिसंबर (हि.स.)। उत्तराखंड राज्य में विद्युत वितरण क्षेत्र में अभूतपूर्व सुधार देखने को मिल रहे हैं। इनका असर न केवल तकनीकी दक्षता पर पड़ा है, बल्कि राज्य की आर्थिक स्थिति में भी महत्वपूर्ण बदलाव आया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में यूपीसीएल (उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड) ने राज्यभर में विद्युत वितरण प्रणाली को सुदृढ़ करने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं।

पिछले कुछ वर्षों में विद्युत आपूर्ति की मांग में 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि के बावजूद यूपीसीएल ने वितरण नेटवर्क को मजबूत करते हुए अपने संचालन और वाणिज्यिक दक्षता में सुधार किया है। राज्यभर में नए उपसंस्थानों का निर्माण और 2023-24 में लगभग 4350 वितरण परिवर्तक स्थापित करना, इसके महत्वपूर्ण उदाहरण हैं।

भारत सरकार की योजनाओं जैसे आरडीएसएस (रेफार्म एंड डिवेलपमेंट सपोर्ट स्कीम) और लॉस रिडक्शन के तहत यूपीसीएल ने विद्युत हानियों को कम करने में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की है। पिछले 5 वर्षों में विद्युत हानियां 20.44 प्रतिशत से घटकर 14.64 प्रतिशत तक पहुंची है। यह सुधार राज्य की वित्तीय स्थिति को सुधारने, राजस्व में वृद्धि और उपभोक्ताओं को बेहतर गुणवत्ता वाली विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने में सहायक रहा है।

प्रबंध निदेशक ने कहा कि विद्युत हानियों में कमी से राज्य को बचत मिली है, जिससे सस्ती दरों पर बिजली आपूर्ति संभव हो रही है। भविष्य में स्मार्ट मीटरिंग, स्काडा और आरटी-डैस सिस्टम जैसी तकनीकों से और भी सुधार होगा। ये प्रयास न केवल प्रदेश के विद्युत वितरण क्षेत्र को मजबूती दे रहे हैं, बल्कि राज्य की समग्र विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहे हैं।