लुधियाना में घरेलू विवाद के चलते एक व्यक्ति ने आत्मघाती कदम उठाया, जब उसने दवा की 20 से 25 गोलियां निगल लीं। उसकी हालत बिगड़ती देख परिजनों ने उसे तुरंत सिविल अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन डॉक्टरों ने उसके गंभीर स्वास्थ्य संकट को देखते हुए उसे पीजीआई चंडीगढ़ के लिए रेफर किया। मौजूदा स्थिति में सकलदीप बेहोशी की अवस्था में हैं और वह बोलने या किसी प्रकार की जानकारी देने में असमर्थ हैं।
सकलदीप, जो कि बुनाई का काम करता है, पिछले पांच साल से इंद्र विहार काली रोड पर अपने मकान में रह रहा था। उसके मकान मालिक ने बताया कि सकलदीप का परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है और इस कारण से उनमें अक्सर विवाद होते रहते हैं। वह जहां भी काम करता है, कुछ समय बाद उन्हें छोड़ देता है, जिससे उसकी स्थितियों में और भी दिक्कतें आती हैं।
जानकारी के अनुसार, सकलदीप का असली निवास स्थान उत्तर प्रदेश है, और उसकी पत्नी के साथ शुक्रवार को हुई बहस के दौरान उसने गुस्से में आकर दवा की गोलियां निगल ली। उसकी पत्नी और वह दोनों मिलकर अपनी दो बेटियों का पालन-पोषण करते हैं, लेकिन वित्तीय संकट की वजह से उनका जीवन काफी कठिन हो गया है। घटना की जानकारी के बाद स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, हालांकि फ़िलहाल मामला संदिग्ध बना हुआ है।
घायल सकलदीप की गंभीर हालत से उसके परिवार के लोग चिंतित हैं और उनके लिए यह स्थिति अत्यंत कठिनाई भरी बन गई है। छोटे बच्चों के सामने इस प्रकार की कठिनाइयां भी मनोवैज्ञानिक असर डाल सकती हैं। सकलदीप की हालत में सुधार और उसके बेहोश होने से बाहर आने के बाद ही मामले की वास्तविकता का पता चल सकेगा।
प्रारंभिक जांच में, घटना स्थल पर पाए गए सबूतों के आधार पर, पुलिस किसी भी प्रकार की आत्महत्या के प्रयास की गंभीरता से छानबीन कर रही है। उनके लिए यह आवश्यक है कि सकलदीप जब होश में आए, तब वह घटना की ठीक-सही जानकारी दे सके। ऐसी घटनाएँ समाज में घरेलू कलह और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे को उजागर करती हैं, जिन पर हमे गहराई से विचार करने की आवश्यकता है।